- फोरलेन पर लिटिल फ्लावर स्कूल की बस के सामने पलटी डीसीएम

- ड्राइवर ने सूझ-बूझ से बस टकराने से बचाई, बाल-बाल बचे छात्र

GORAKHPUR: बेलीपार इलाके के हरैया के पास गुरुवार सुबह हुए हादसे के प्रत्यक्षदर्शी वहां का मंजर देखकर कांप गए। तेज रफ्तार डीसीएम अनियंत्रित होकर डिवाइडर पार कर दूसरी लेन पर पहुंचकर पलट गई। इधर, डीसीएम पलटी और उधर तेज गति से स्कूली बस पहुंच गई। लेकिन, बस चालक ने सुझबूझ दिखाई और न केवल बस को डीसीएम से भिड़ने से बचाया, बल्कि स्पीड कम कर आहिस्ता-आहिस्ता सड़क के नीचे गढ्डे में उतार दिया। बस में सवार सभी 35 बच्चे सकुशल बच गए। अलबत्ता उनमें से पांच को झटका लगने से हल्की चोट आई।

अभिभावकों ने थपथपाई ड्राइवर की पीठ

चालक की सुझबूझ को न केवल राहगीरों और स्कूली बच्चों ने सराहा, बल्कि मौके पर पहुंचे अभिभावकों ने उसकी पीठ भी थपथपाई। गोरखपुर-लखनऊ रोड पर बेलीपार इलाके के हरैया के पास सुबह पौने सात बजे यह हादसा हुआ। गीडा स्थित लिटिल फ्लावर स्कूल की बस करीब 35 छात्रों को लेकर शहर से स्कूल जा रही थी। बस अभी हरैया के पास फोरलेन पर ही थी कि सहजनवा से गोरखपुर की तरफ आ रही डीसीएम का अगला टायर अचानक फट गया और डीसीएम अनियंत्रित होकर डिवाइडर को तोड़ते हुए दूसरे लेन में आकर पलट गई।

40 की रफ्तार में थी बस

जिस समय डीसीएम पलटी उस समय बस और डीसीएम के बीच की दूरी 25-30 कदम रही होगी। बस की रफ्तार भी 40 किमी प्रतिघंटा की रही होगी। डीसीएम में बस के टकराने पर बड़ा हादसा होने से कोई रोक नहीं पता पर बस चालक महेन्द्र यादव ने काफी सुझबूझ से काम लिया और बस में ब्रेक लगाते हुए बस को सड़क के नीचे गढ्डे में उतार दिया। इस दौरान डीसीएम से पीछे के हिस्से में बस हल्की से रगड़ते हुए गई लेकिन सभी बच्चों की जान बच गइ.।