छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : स्टील सिटी में बुधवार को टेंपों चालकों की हड़ताल के बाद एक फिर से स्कूलों द्वारा बस चलाने की मांग तेज हो गई है। गुरुवार को भी एक गुट द्वारा टेंपो न चलाने से स्कूलों के बाहर बच्चे टेंपो का इंतजार करते रहे। वहीं टेंपो से स्कूल जाने-आने वाले छात्रों के माता-पिता बाइक और कार पर बच्चों को स्कूल लेकर आए। बता दे कि शहर में जब-जब हादसे होते है या टेंपो चालकों पर चाबुक चलता है। जिसके चलते स्कूलों में बस चलाने की मांग तेज हो जाती है। लेकिन हादसों के बाद भी प्रशासन और स्कूल बस चलाने को तैयार नहीं है।

सक्षम स्कूल भी नहीं चला रहे बसें

शहर में लंबे समय से अभिभावक संघ बस चलाने की मांग कर रहा है। जनवरी में एक टेंपो चालक द्वारा स्कूली बालिका से छेड़छाड़ के मामले के बाद संघ ने डीसी को ज्ञापन देकर स्कूलों से बस चलाने की मांग की थी। डीसी अमित कुमार की उपस्थित में शहर के सभी स्कूलों के प्रबंधकों को बस चलाने का आदेश दिया गया था। जिसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। वहीं गोलमुरी में अभिजीत की मौत के बाद एक बार फिर स्कूलों से बस चलाने की मांग की जा रही है। शहर में प्रशासन की लापरवाही के चलते सक्षम स्कूल भी बसें नहीं चला रहे है।

भागे ऑटो चालक , पुलिस ने बच्चों को जिप्सी से छोड़ा

अभियान के दूसरे दिन भी ट्रैफिक विभाग ने जुबिली पार्क गेट पर अभियान चलाकर, ऑटो चालकों की चेकिंग की। चेकिंग से बचने के चालक बच्चों को उतार कर भाग निकले जिससे बाद नजदीक के बच्चों को ट्रैफिक विभाग की जिप्सी में छोड़ा गया। वहीं पकड़े गए चालकों से