- शिक्षा बचाओ अभियान का बनाया बहाना, सरकार का कर रहे विरोध

BAREILLY: निजी स्कूलों में मनमानी फीस वसूली पर लगाम लगाने के सरकार के फैसले के विरोध में सैटरडे को शहर के ज्यादातर कॉन्वेंट स्कूल बंद रहेंगे। इंडिपेन्डेंट स्कूल एसोसिएशन की तरफ से सभी सीबीएसई और आईसीएससी बोर्ड के स्कूलों को बंद रखने के लिए घोषणा कर दी है। अध्यक्ष पारुष अरोरा ने बताया कि स्कूल बंद करने का फैसला नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल अलायन्स के नेतृत्व में किया गया है।

पेरेंट्स को मैसेज से दी सूचना

सिटी के सभी स्कूल बंद रखने की सूचना पेरेंट्स को देने के लिए एसएमएस भेजे गए हैं। इन एसएमएस में गुमराह करते हुए सरकार के नियमों का हवाला दिया गया है। जबकि दबे शब्दों में सरकार के नियमों का विरोध कर रहे है। हालांकि कोई भी पदाधिकारी सरकार का विरोध करने बात नहीं कर रहा है। मगर अभिभावकों को देर रात तक एसएमएस कर स्कूल की छुटटी की घोषणा की है। देशभर में एसोसिएसन से 20 हजार स्कूल जुडे़ हुए है। जिसके तहत बरेली में करीब दर्जनों निजी स्कूल बंद रखकर हड़ताल पर रहेगे। हालांकि स्कूलों में हो रहे बोर्ड एग्जाम होते रहेगे।

दिल्ली में रैली, बरेली में ज्ञापन

सैटरडे को सरकार के विरोध में स्कूल्स के टीचर और प्रबंधक दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाले शिक्षा बचाओ अभियान में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री से मुलाकात कर शिक्षा में बदलाव के बिंदुओं पर मेमोरेंडम देंगे। वहीं बरेली में एसोसिएशन के लोग प्रदेश के वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल व डीएम से मुलाकात कर ज्ञापन सौपेंगे।

मैसेज से कर रहे गुमराह

पेरेंट्स फोरम के संयोजक मोहम्मद खालिद जीलानी का कहना है कि स्कूल बंद होने से बच्चों की शिक्षा पर प्रभाव पड़ेगा। अभी अभिभावक मंहगी किताबें, फीस जमा करने में ही परेशान हो गए और अब बिना किसी कारण के स्कूल बंद कर रहे हैं। स्कूल किस कारण बंद हो रहे हैं इस सवाल का जबाव कोई भी स्कूल प्रबंधक व प्रिंसिपल नहीं दे रहा है। बिना कारण स्कूल की छुटटी से अभिभावकों में भी रोष है।