Eve teasing infront of school gate
सिविल लाइन स्थित कार्मल कान्वेंट के बाहर बुधवार मार्निंग 6.55 बजे गर्ल्स स्कूल में इंट्री कर रही थी। बाइक सवार तीन चार शोहदें गेट पर पहुंचे। शोहदों ने गेट पर ही एक छात्रा का हाथ पकड़ लिया और उससे छेड़छाड़ करने लगे। स्कूल गेट पर तैनात गार्ड महेन्द्र शाही ने शोहदों का विरोध किया तो शोहदे उससे भिड़ गए। सीनाजोरी दिखाते हुए शोहदों ने गार्ड की पिटाई कर दी। छात्रा ने शोर मचाकर टीचर और स्कूल कर्मचारियों से मदद मांगी। जब तक स्कूल मैनेजमेंट के लोग मौके पर पहुंचे तब तक शोहदे मौके से भाग निकले।

विरोध में पुलिस लाइन रोड जाम
स्कूल गेट पर आए दिन ईव टीजिंग से परेशान और आक्रोशित गर्ल्स स्टूडेंट्स, स्कूल स्टॉफ और मैनेजमेंट ने अपना विरोध जताया और एक्शन की मांग को लेकर स्कूली बच्चों के साथ रेलवे स्टेशन पुलिस लाइन रोड पर जाम लगा दिया। इससे ट्रैफिक पूरी तरह बाधित हो गया। रोड पर स्कूली बच्चों का हल्लाबोल देख कर जैसे सिटी पूरी तरह थम गई। जाम की सूचना पाकर एसपी सिटी, सीओ कैंट और कैंट इंस्पेक्टर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। एसपी सिटी के आश्वासन के बाद स्कूली बच्चे पुलिस लाइन रोड से हटाकर कार्मल रोड पर बैठ गए और वहां जाम लगा दिया।

स्टैंड हटाने का आश्वासन
छोटे बच्चों के साथ स्कूल स्टॉफ, मैनेजमेंट भी इस हल्लाबोल में शामिल हो गया। कार्मल स्कूल की प्रिसिंपल सिस्टर प्रतिभा समेत सेंट जोसेफ के मैनेजमेंट ने भी स्कूल के सामने लगने वाले टैक्सी स्टैण्ड को हटाने की मांग की। कैंट पुलिस ने गार्ड महेन्द्र शाही की तहरीर पर शोहदों के खिलाफ मारपीट और छेड़छाड़ की धारा में केस दर्ज कर मामले की इनवेस्टिगेशन शुरु कर दी।

स्कूल टाइमिंग की नहीं दी थी सूचना
पुलिस का कहना है कि छेड़छाड़ की घटनाओं को रोकने के लिए स्कूल कॉलेज के बाहर सादी वर्दी में पुलिस की ड्यूटी लगाई जाती है। कार्मल स्कूल के बाहर भी ड्यूटी लगाई जाती रही है लेकिन पहले स्कूल टाइम 8 बजे का था और ड्यूटी उसी समय लगाई जाती थी लेकिन अब स्कूल टाइम 7 बजे का हो गया लेकिन स्कूल मैनेजमेंट ने पुलिस को टाइम बदलने की सूचना नहीं दी थी।

ईवटीजिंग के केस
केस नंबर-1
कोतवाली एरिया की शबाना (काल्पनिक नाम) अपने पैरेंट्स की मौत के बाद बुआ के साथ रहती है। एरिया में रहने वाले एक प्रभावशाली  व्यक्ति के बेटा आए दिन उससे छेड़छाड़ करता था। शबाना ने पुलिस से मदद मांगी लेकिन उसे निराशा ही हाथ लगी। अंजाम यह हुआ कि शबाना ने शोहदे से परेशान होकर जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर उसे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। शबाना के जहर खाने के बाद पुलिस के होश उड़ गए और आनन-फानन में कोतवाली पुलिस ने शोहदे के खिलाफ केस दर्ज कर किया।

केस नंबर- 2
15 जुलाई को यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए आई कुशीनगर की एक गर्ल्स के साथ मनचलों ने कैंपस में ही छेड़छाड़ शुरू कर दी.  शोहदों से बचने के लिए गर्ल्स ने सुरक्षा गार्ड से भी शिकायत की। इसके बाद उन्हें अपनी फैमिली से कॉल कर मदद मांगी। परिवार वालों के आने पर वह सेफ घर जा सकी।

केस नंबर-3
गोरखनाथ में शोहदों से आजिज आकर एक छात्रा ने खुद को आग लगा कर जान देने का प्रयास किया था। स्कूल आते-जाते समय शोहदे उसे आए दिन परेशान करते थे। इसकी शिकायत भी उसने फैमिली मेम्बर से की थी लेकिन फैमिली मेम्बर ने उसे गंभीरता से नहीं लिया था।

ईवटीजिंग से लाइफ की त्रासदी
ईवटीजिंग मनचलों के लिए भले ही मामूली बात हो, लेकिन इस दंश से गुजरने वाली विक्टिम की पूरी जिंदगी नरक हो जाती है। पढ़ाई छूटने के डर और लोक लाज के चलते वे पुलिस और अपने फैमिली मेंबर को इसकी जानकारी नहींदे पाती। इसकी फायदा मनचले उठाते हैं। कई?बात तो नौबत सुसाइड तक पहुंच जाती है। हद तो तब हो जाती है जब महिलाओं की सुरक्षा में लगी महिला पुलिसकर्मी भी शोहदों की शिकार बन जाती है। महिला थाने में तैनात दो महिलाकर्मी छेड़छाड़ की रिपोर्ट कैंट थाने में दर्ज करा चुकी है। बुधवार को ही गोरखनाथ थाने में तैनात एक महिला पुलिस कर्मी ने एसपी सिटी को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की कि उसके मोबाइल पर अनवांटेड कॉल करके परेशान किया जा रहा है।

केवल कागज तक दौड़े नियम
सिटी में ईवटीजिंग को रोकने के लिए समय-समय पर पुलिस अफसरों ने नए-नए नियम बनाए। शोहदों के खिलाफ अभियान चलाने से लेकर स्कूल कॉलेज में कंपलेन बाक्स लगाने और अब्सीन सेल शुरू किया गया, लेकिन हाल ढाक के तीन पात रहा। सादी वर्दी में महिला पुलिस कर्मी की ड्यूटी भी लगाने की बात भी कही गई, लेकिन फोर्स की कमी के चलते स्कीम सिर्फ कागजों पर ही दम तोड़ रही है।

खुद को हेल्पलेस मानती है गर्ल्स
साइकोलिस्ट डॉ। धनजंय कुमार के अनुसार गर्ल्स के साथ ईवटीजिंग होती है तो उनका मनोबल गिरता है। उन्हें गिल्ट फील होती है और अपने आप को हेल्पलेस समझती हैं। इसका असर उनके व्यक्तित्व पर भी पड़ता है और इससे बड़ा परिवर्तन तक आ सकता हैैं। कार्मल में ईवटीजिंग के बाद स्कूल गर्ल्स ने जो हिम्मत दिखाई है यह अपने आप की सिटी में पहली बार हुआ है। इस प्रोटेस्ट से उन्हें लगेगा कि उनका स्कूल मैनेजमेंट, फैमिली और सोसाइटी उनके साथ हैैं।

ईवटीजिंग को रोकने के लिए कार्मल स्कूल के बाहर पुलिस की ड्यूटी टाइम को बदल दिया गया। गार्ड की तहरीर पर शोहदों के खिलाफ केस दर्ज कर इनवेस्टिगेशन की जा रही है। शोहदों के खिलाफ स्पेशल अभियान शुरु किया जाएगा। इस अभियान में मैं खुद शामिल रहूंगा।
परेश पांडेय, एसपी सिटी

 

report by : mayank.srivastava@inext.co.in