-पहले भी शिक्षकों को कई बार दिया जा चुका है प्रशिक्षण

-जमीनी हकीकत में नहीं दिखता प्रशिक्षण का कोई असर

ALLAHABAD: परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे थे। लेकिन इन वर्कशॉप और ट्रेनिंग का रिजल्ट आज तक जमीन पर देखने को नहीं मिला। इसको देखते हुए सरकार की तरफ से ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत प्रशिक्षण वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। इसमें स्कूलों में शिक्षकों को कक्षा एक से पांचवीं तक के बच्चों की लर्निग स्किल बढ़ाने के नए तरीके और पढ़ाई आसान तरीके से कराने के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है। लेकिन कहीं न कहीं यह आशंका जताई जा रही है कि इस प्रशिक्षण का हाल भी पिछले प्रशिक्षणों जैसा न हो।

कई लेयर पर होगा निरीक्षण

प्रशिक्षण के बाद स्कूलों में इसकी उपयोगिता और क्रियान्वयन को लेकर पूछे जाने पर जिला समन्वयक प्रशिक्षण डॉ। विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि स्कूलों में इसकी उपयोगिता और क्रियान्वयन की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी। ताकि प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य पूरा हो सके। इसके साथ ही बीएसए और खंड शिक्षा अधिकारियों के स्तर से भी लगातार स्कूलों में निरीक्षण किया जाएगा। जिला समन्वयक की ओर से भी टीम बनाकर नियमित रूप से स्कूलों में शैक्षिक गुणवत्ता में हो रहे सुधार और प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण में मिली जानकारी को उपयोग में लाया जा रहा है। इसका भी निरीक्षण किया जाएगा। शासन की मंशा के अनुरूप 100 प्रतिशत प्रशिक्षण की उपयोगिता बनाए रखने और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रयास किया जाता रहेगा। इससे परिषदीय स्कूलों की स्थिति में सुधार हो सकेगा।

वर्जन

प्रशिक्षण के दौरान दिए गए टिप्स की स्कूलों में उपयोग और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार की लगातार मॉनिटरिंग की व्यवस्था पर भी काम चल रहा है। ताकि प्रशिक्षण का उद्देश्य पूरा हो सके।

-संजय कुमार कुशवाहा

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी