- पांच करोड़ का वर्क ऑर्डर देकर महिलाओं का बनाया जाएगा स्वावलंबी

- बेसिक स्कूल्स के बच्चों की यूनीफार्म सिलाई का लक्ष्य बढ़ाया

बरेली: बेसिक स्कूल्स में बच्चों की यूनिफार्म सिलाई का काम देकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जाएगा. विकास भवन में बैठक के दौरान सीडीओ ने निर्देश दिया है कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को पांच करोड़ की यूनीफार्म सिलाई का काम सौंपा जाएगा. इसकी तैयारी शुरू हो चुकी है. बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी विकास खंडों के परिषदीय स्कूलों के बच्चों की यूनीफार्म सिलाई का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है. सिलाई में गड़बड़ी व गुणवत्ता परखने के लिए नोडल अफसरों को निगरानी सौंपी है.

सशक्तिकरण का बढ़ रहा ग्राफ

बेसिक स्कूल्स के नए सत्र में एक लाख से अधिक बच्चों की यूनीफार्म 200 से अधिक समूहों की महिलाओं से सिलवाने का लक्ष्य रखा है. प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर पर एबीआरसी व एनपीआरसी महिलाओं के कार्य को निरीक्षण करेंगे. समूह सदस्य शिक्षकों से कार्य आंवटन, सिलाई आदि के विवाद को शिक्षा विभाग, ग्राम्य विकास विभाग के अफसर सुलझाएंगे. जरूरत पड़ी तो सीडीओ भी हस्तक्षेप करेंगे.

अन्य को 13 करोड़ का काम

प्राइमरी व जूनियर हाईस्कूलों में पिछले सत्र की करीब सवा तीन लाख छात्र संख्या के अनुसार एक लाख से अधिक बच्चों की यूनीफार्म सिलाई का लगभग पांच करोड़ लागत का कार्य समूह की महिलाओं को मिलेगा. जबकि करीब दो लाख से अधिक बच्चों की 13 करोड़ की लागत से यूनीफार्म स्थानीय दर्जी या अन्य से सिलवाई जाएंगी.

वर्जन.

पिछले बार के मुकाबले इस बार समूह की महिलाओं के यूनीफार्म सिलाई के लक्ष्य को बढ़ाया है. शासन से भुगतान भी बढ़ने से इन महिलाओं को अधिक लाभ मिलेगा.

-देवेश राय, नगर शिक्षाधिकारी