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GORAKHPUR: ब्लू व्हेल गेम का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। शहर में इस गेम से किसी बच्चे को कोई नुकसान होने की खबर नहीं है लेकिन आगे भी ऐसा कुछ न हो, इसके लिए शिक्षा विभाग ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। सरकार के आदेश पर माध्यमिक शिक्षा परिषद ने स्कूली बच्चों की काउंसलिंग के साथ उनके हाथ चेक करने का निर्देश दिया है। डीआईओएस ने असेम्बली से पहले सभी बच्चों के हाथ चेक किए जाने के आदेश स्कूल्स को जारी कर दिए हैं।
शुरू हुई चेकिंग
स्कूल्स में रोज बच्चों के हाथ चेक किए जा रहे हैं। ब्लू व्हेल गेम से जुड़े लक्षण दिखने पर बच्चों की काउंसलिंग की जाएगी। दरअसल गेम के टास्क के तौर पर हाथ में चीरे लगाने होते हैं। यदि कोई स्टूडेंट ऐसा कर रहा है तो वह चेकिंग में पकड़ में आ जाएगा। इसके लिए कई टीचर्स की ड्यूटी लगाई गई है। स्कूल्स की ओर से इस संबंध में पैरेंट्स को भी गाइडलाइंस जारी की गई हैं कि वह अपने बच्चों पर नजर रखें।
नहीं तो होगी सख्त कारवाई
सिटी के कुछ स्कूल्स ने इस पर संजीदगी दिखानी शुरू कर दी है। डीआईओएस ऑफिस में आई शिकायतों के मुताबिक कई स्कूल्स में बच्चे अब भी मोबाइल लेकर आ रहे हैं। इसके लिए स्कूलों का शिक्षा विभाग के अधिकारियों की ओर से निरीक्षण किया जाएगा। जो लापरवाह दिखा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कॉलिंग
संस्था के सभी ब्रांचेज में हर रोज बच्चों के हाथ चेक किए जा रहे हैं। साथ ही उनके स्कूल बैग की भी चेकिंग की जा रही है। जिससे यह पता चल सके कि कहीं बच्चे मोबाइल तो नहीं ला रहे हैं।
- पशुपति नाथ मौर्य,
प्रिंसिपल
ओंकार शिक्षा निकेतन
ब्लू व्हेल गेम को लेकर स्कूल्स को निर्देशित किया गया है कि वह इस पर पूरी तरह से सख्ती बरतें। साथ ही असेंबली और क्लास रूम में बच्चों की प्रॉपर चेकिंग के साथ उनकी काउंसलिंग कराएं।
- ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह भदौरिया, डीआईओएस