- वेडनसडे देर रात हुई आईवीआरआई साइंटिस्ट की हत्या के खुलासे के लिए पुलिस ने बनाई टीमें

- परिचितों पर घूम रही पुलिस के शक की सुई, नौकर, परिजन, रिश्तेदारों व अन्य लोगों से हुई पूछताछ

<- वेडनसडे देर रात हुई आईवीआरआई साइंटिस्ट की हत्या के खुलासे के लिए पुलिस ने बनाई टीमें

- परिचितों पर घूम रही पुलिस के शक की सुई, नौकर, परिजन, रिश्तेदारों व अन्य लोगों से हुई पूछताछ

BAREILLY:

BAREILLY:

आईवीआरआई के सांइटिस्ट की वेडनसडे रात गला रेतकर हत्या कर दी गई। रात में चार लोग सांइटिस्ट के घर आए। मां ने दरवाजा खोला और तब तक साइंटिस्ट भी वहां पहुंच गए और सभी को घर के अंदर ले गए। थोड़ी देर के बाद चारों उनके कमरे से बाहर आए और घर में मौजूद साइंटिस्ट की मां और नौकरानी को चाकू के बल पर बंधक बनाकर एक कमरे में बंद कर दिया और जेवरात अन्य सामान लूटकर फरार हो गए। जब उन लोगों ने शोर किया तो अन्य लोग वहां पहुंचे। जब साइंटिस्ट के कमरे में गए तो उनका शव वहां पड़ा था। साइंटिस्ट की जिस तरह से हत्या हुई उससे कई सवाल उठते हैं कि क्या उनकी किसी अपने ने ही तो हत्या नहीं कर दी। हत्या के बाद मोबाइल से कॉल डिटेल भी हत्यारों ने मिटा दी थी। पुलिस उन्हीं सवालों के जवाब तलाशने में जुटी है। वहीं मां की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर ि1लया है।

मां नौकरानी को बनाया बंधक

आईवीआरआई डायरेक्टर्स क्वॉर्टर में रह रहे एनिमल जेनेटिक डिपार्टमेंट एचओडी डॉ। दीपक शर्मा के साथ उनकी मां सुशीला और पत्नी निर्मला रहती थीं। निर्मला इन दिनों मायके गई थी। वेडनसडे रात करीब नौ बजे चार लोगों ने गेट पर घंटी बजाई। दरवाजा खोलने पर लोगों ने डॉ। दीपक के बारे में पूछा। तब तक वह कंप्यूटर रूम से बाहर आए और अपने साथ चारों को अंदर ले गए। उन्होंने खुद ही आए गेस्ट को पीने के लिए पानी दिया। इसके बाद उन लोगों ने उनकी गला रेतकर हत्या कर दी। घर में खाना बनाने वाली नौकरानी दीपा जब जाने लगी तो चारों साइंटिस्ट के कमरे से निकले और दोनों का हाथ बांधकर घर की चाबी मांगी और फिर दोनों को बाथरूम में बंद कर दिया। इसके बाद सभी बैग, सूटकेस और आलमारी को खंगाला और रुपए और गहने लेकर भाग निकले। फिर मां और नौकरानी के शोर मचाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हुए।

कोई अपना तो नहीं हत्यारा

पुलिस एवं रिश्तेदारों के मुताबिक डॉ। दीपक की हत्या किसी रंजिश के चलते की गई है। इसमें किसी परिचित का ही हाथ है। मां सुशीला शर्मा ने जो तहरीर दी है। उसमें उन्होंने घंटी बजने पर खुद दरवाजा खोले की बात कही है। इसके बाद साइंटिस्ट के हाथ मिलाकर सभी चारो को घर के अंदर दाखिल होना बताया है। ऐसे में पुलिसिया शक की सुई परिचितों तरह घूम रही है। परिचितों में रिश्तेदार, विभागीय कर्मचारी एवं सहायक समेत हाल ही में मुजफ्फरनगर में बेची गई एवं शिवपुरी में खरीदी गई संपत्ति के प्रॉपटी डीलर्स व घर पर कई वर्षो से काम कर रहे नौकर भी शामिल हैं। फिलहाल पुलिस एवं क्राइम ब्रांच परिजनों से पूछताछ कर रही है।

शार्पवेपन से हुई हत्या

परिजनों एवं पुलिस के मुताबिक डॉ। दीपक की हत्या कैंची से नहीं बल्कि किसी शार्प वेपन से की गई है। क्योंकि गर्दन पर कैंची से वार किए जाने की बजाय रेते जाने निशान है। इसके अलावा हाथ की अनामिका अंगुली टूटी है। इससे यह भी साबित होता है कि उन्होंने अपने बचाव की भरपूर कोशिश की होगी। वहीं खून के छीटें कमरे की दीवारों पर भी पड़े हैं, जिसके बाद तकिए से मुंह दबाकर हत्या की घटना को अंजाम दिया।

बेटे ने दी मुखाग्नि

जिस समय घटना हुई घर पर केवल डॉ। दीपक की मां एवं खाना बनाने वाली नौकरानी ही मौजूद थी। उनकी पत्‍‌नी पिछले दिनों मायके गई थी, और बेटा हिमांशु शर्मा अपने जॉब सिलसिले से बंगलुरु में रहता है। वहीं, सूचना के बाद पत्‍‌नी मायके से भोर में घर पहुंची और बिलख पड़ी। तो दूसरी ओर थर्सडे को दोपहर ख् बजे पोस्टमार्टम के बाद शव को बंगलुरु से दोपहर करीब भ् बजे पहुंचे बेटे हिमांशु ने मुखाग्नि दी। उस दौरान भारी संख्या में आईवीआरआई के अधिकारी, सहायक और कर्मचारियों समेत पुलिस मौजूद रही।

जांच में जुटी पुलिस

बीती रात आईवीआरआई में हुई हत्या के पीछे की वजहों को तलाशने के लिए पुलिस की ओर से तीन टीमें बनाकर छानबीन कर रही है। जिसमें इंटेलीजेंस विंग, क्राइम विंग, सर्विलांस, साइबर सेल, फील्ड यूनिट और स्थानीय पुलिस भी मामले की छानबीन में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक हत्यारों ने घटना को अंजाम देने के बाद डॉ। के सेलफोन की कॉल डिटेल मिटा दी थी। इसके अलावा पुलिस को लैपटॉप से भी डाटा मिटाने जाने की भी आशंका लग रही है। इसके अलावा पिछले करीब तीन दिनों से घर के बाहर एक युवक देखे जाने की पुष्टि नौकरों और परिजनों ने की है, जिसने डॉ। दीपक के बारे में रेकी किए जाने के अंदेशे के चलते उसकी भी खोज की जा रही है।

आईवीआरआई में हुई साइंटिस्ट की हत्या के पीछे की वजह और आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की ओर से टीमें बनाकर कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। जल्द ही सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

विजय सिंह मीणा, आईजी