कानपुर। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी मशीन बनाई है जो मन में चल रहे  विचारों को समझकर, पहचानने योग्य बात में बदल देती है। यह सिस्टम उन लोगों की मदद कर सकता है, जो बाहरी दुनिया के लोगों के साथ संवाद करने में सक्षम नहीं हैं। इस नई टेक्नोलॉजी का अविष्कार अमेरिका में कोलंबिया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। यह तकनीक दिमाग में चल रहे विचारों को जांचकर सुने हुए शब्दों को दोबारा तैयार करके सामने लाने की क्षमता रखती है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नई तकनीक पावर ऑफ स्पीच सिंथेसाइजर और आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करती है, जो इस सिस्टम को सीधे दिमाग से जोड़ने में मदद करते हैं।

जो बोल नहीं सकते उनके लिए मददगार

शोधकर्ताओं का कहना है कि यह तकनीक उन लोगों की मदद कर सकती है, जो बोल नहीं सकते हैं या जिनका नर्वस सिस्टम कमजोर हो गया है। इसके अलावा यह सिस्टम उनकी भी मदद कर सकता है, जो बाहरी दुनिया के साथ संवाद करने की चाह रखते हैं। अमेरिका में कोलंबिया विश्वविद्यालय की नीमा मेसगरानी ने कहा, 'हमारी आवाजें हमें अपने दोस्तों, परिवार और हमारे आस-पास की दुनिया से जोड़ने में मदद करती हैं, चोट या बीमारी के कारण जिन्होंने अपनी आवाज खो दी है, यह मशीन उनकी मदद कर सकती है। यह तकनीक दिमाग में चल रहे किसी भी बातों को समझकर सामने वाले को उसी के भाषा में समझा सकती है।'
अब मशीन बोलेगी आपके मन की बात,वैज्ञानिकों ने किया अनोखा अविष्कार

अमेजन इको और ऐप्पल सिरी की तरह ही काम करता है यह सिस्टम

उन्होंने बताया कि यह टेक्नोलॉजी अमेजन इको और ऐप्पल सिरी की तरह ही काम करती है, जिसमें किसी भी तरह का सवालों का हमारी भाषा में मौखिक जवाब मिलता है। बता दें कि शोधकर्ताओं ने अब इस सिस्टम में कठिन शब्दों और वाक्यों का भी परीक्षण करने का मन बनाया है।

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