सोरांव तहसील दिवस में औचक निरीक्षक करने पहुंचे थे कमिश्नर

एसडीएम के स्टेनो किए गए निलंबित, दो को दी प्रतिकूल प्रविष्टि

ALLAHABAD: सीएम योगी आदित्यनाथ कितनी भी कड़ाई कर लें। निचले लेवल पर अधिकारी और कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। मंगलवार को सोरांव तहसील दिवस में कमिश्नर डॉ। आशीष कुमार गोयल के सामने ऐसा ही वाकया पेश आया। औचक निरीक्षण में जनता की शिकायत के निस्तारण में सोरांव एसडीएम और तहसीलदार फेल हो गए। नाराज कमिश्नर ने दोनों को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए एसडीएम के स्टेनों को निलंबित कर दिया।

प्रार्थना पत्रों की जांच में फंसे

कमिश्नर ने पिछले तहसील दिवस में आए प्रार्थना पत्रों का अवलोकन किया तो हकीकत सामने आई। श्यामा मिश्रा के वरासत के प्रकरण और राम आसरे पटेल की खतौनी के प्रकरण को निस्तारित करने का कमिश्नर ने आदेश दिया था। पता चला कि प्रकरण में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। सवाल-जवाब में सही उत्तर नही दे पाने पर एसडीएम, तहसीलदार सहित स्टेनो को कड़ी कार्रवाई का शिकार होना पड़ा।

लेटलतीफी पर बिगड़े प्रभारी डीएम

सदर तहसील दिवस में समय से नहीं आने पर प्रभारी डीएम सैमुअल पाल एन कई अधिकारियों को फटकार लगाई और स्पष्टीकरण मांगा। इसमें जिला उद्यान अधिकारी, बीएसए, सीएमओ, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी, खंड विकास अधिकारी, श्रम अधिकारी आदि शामिल हैं। प्रभारी डीएम ने बिजली विभाग की शिकायतों को 48 घंटे में निस्तारित करने का निर्देश दिया।