-डीआइओएस से छीनी गई अहम जिम्मेदारी

-डीडीआर राकेश कुमार को कौशांबी के साथ प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी

KAUSHAMBI (5 Nov): शासन ने ऐन वक्त प्रबंधकों को जोरदार झटका दिया है। जिससे नेताओं की भी नींद उड़ गई है। यूपी बोर्ड परीक्षा ख्0क्भ् के लिए चयनित किए जा रहे परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की जिम्मेदारी अब डीडीआर रैंक के अधिकारी को दे दी गई है। मंडलीय अधिकारी जांच के बाद ही परीक्षा केंद्रों को हरी झंडी देंगे। ये अतिरिक्त दखलदांजी प्रबंधकों के लिए मुसीबत का कारण बन सकती है। इस नए फरमान से शिक्षा विभाग में गहमा गहमी मची है।

नहीं चलेगा कोई जुगाड़

यूपी बोर्ड परीक्षा ख्0क्ब् के लिए जनपद में क्ख्ब् परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। ख्0क्भ् की बोर्ड परीक्षा के लिए परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया शुरू है। करीब क्भ्0 माध्यमिक विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने के लिए जिला कमेटी के सामने प्रस्ताव रखा गया है। जिला कमेटी ने इन विद्यालयों की जांच शुरू करा दी है। कई चक्रों की जांच के बाद डीआइओएस व डीएम की ही संस्तुति पर परीक्षा केंद्रों का निर्धारण होना था। प्रबंधक अपने-अपने स्तर से जुगाड़ लगाने की कोशिश कर रहे थे। डीआइओएस राजशेखर ने हालांकि इस बीच किसी को तवज्जो नहीं दी। इससे वह हलाकान हो गए थे। इसी दौरान शासन ने एक बड़ा फैसला किया। प्रमुख सचिव सूर्य प्रकाश सिंह ने फरमान जारी किया है कि सूबे के सभी जिलों में होने वाली बोर्ड परीक्षा के परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की जिम्मेदारी डीडीआर रैंक के अधिकारियों को दी जाती है।

सूची की होगी जांच

इसके लिए प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को नामित भी कर दिया है। कौशांबी व प्रतापगढ़ की जिम्मेदारी राकेश कुमार को दी गई है। इन अधिकारियों का दखल परीक्षा केंद्रों के मानक को लेकर रहेगा। जिला कमेटी द्वारा तैयार की गई सूची की यह विधिवत जांच करेंगे। यदि किसी तरह की खामी मिली तो यह अधिकारी कार्रवाई करेंगे। साथ ही बोर्ड परीक्षा से संबंधित हर बैठक में इनकी उपस्थिति रहेगी।

डीएम प्रधानाचार्यो से बनवा रहे रूट चार्ट

जिला विद्यालय निरीक्षक राजशेखर ने नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए नए सिरे से परीक्षा केंद्रों के निर्धारण की पहल की है। इसके लिए संभावित परीक्षा केंद्रों की जांच की जा रही है। डीएम राजमणि यादव को सूची मिली तो उन्होंने जियोग्राफी के शिक्षकों से जनपद के संभावित परीक्षा केंद्रों का रूट चार्ट मांगा है। इसकी जिम्मेदारी डीआइओएस ने प्रधानाचार्य बृजेश सिंह और प्रधानाचार्य चुन्नी लाल चौधरी को दी है। दोनों जियोग्राफी के प्रवक्ता हैं। इनका रूट चार्ट लगभग बनकर तैयार हो चुका है।