Lucknow: बात हो रही है भ्रष्टाचार मिटाने की। चुनाव का दौर भी चल रहा है लेकिन भ्रष्ट अभियंताओं और प्रभावशाली बिल्डर की सांठ-गांठ ने इंडिया अगेंस्ट करप्शन की नींव को खोखला कर दिया है। उनके लिए एलडीए वीसी का आदेश भी कोई मायने नहीं रखता। एलडीए की इस लचर कार्यप्रणाली का ही फायदा गोमतीनगर में बनने वाली एक बिल्डिंग के बिल्डर ने उठाया.
दबंगई की हद तो उस समय खत्म हो गई जब बिल्डर ने यहां लगी सील को तोड़ दिया और बेसमेंट में निर्माण कार्य शुरु करा दिया। ऑफिस भी खुल गए, लेकिन एलडीए के करप्ट इंजीनियर्स ने अपनी आंखें बंद रखीं।
नहीं जारी हुआ कम्प्लीशन सर्टिफिकेट
गोमतीनगर के विपुलखंड में प्लॉट नंबर 1 / 5 पर रोशन आरा आर स्क्वायर नाम से कामर्शियल कॉम्प्लेक्स तैयार करा रही हैं। एलडीए ने इसका कम्प्लीशन सर्टिफिकेट भी जारी नहीं किया है। इसके बावजूद यहां दुकानों को बेचना शुरू कर दिया गया। इसकी शिकायत जब ज्वायंट सेक्रेटरी संजय कुमार सिंह के पास पहुंची तो उन्होंने 31 जनवरी को इस कामर्शियल कॉम्प्लेक्स को सील करने के आदेश जारी कर दिए। अधिशासी अभियंता आरएन सिंह के नेतृत्व में बिल्डिंग सील भी कर दी गई।
रोज की तरह जारी है काम काज
संडे को आई नेक्स्ट रिपोर्टर को यह जानकारी मिली कि सीलिंग तोड़कर यहां निर्माण कार्य चल रहा है। तहकीकात करने के लिए रिपोर्टर वहां पहुंचा। यहां मेन गेट के शटर पर ताला पड़ा है। गेट पर सीलिंग की कार्रवाई का नोटिस भी चिपका था, लेकिन चैनल गेट खुला था। पीछे वाले रास्ते पर एक प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड मिला। वह गोल्ड जिम की ओर से तैनात है.
उसने बताया कि जल्द ही गोल्ड जिम की ओपनिंग हो रही है। जिम में मेम्बरशिप लेने के बहाने रिपोर्टर वहां पहुंचा। लिफ्ट भी चालू थी। थर्ड फ्लोर पर जब वहां पहुंचे तो मालूम हुआ कि दोपहर 12 बजे तक जिम नहीं खुला है लेकिन शनिवार को यहां काम चल रहा था। इसी फ्लोर पर मुथुत का भी ऑफिस है। वहां भी रोजमर्रा की तरह कामकाज जारी था। फोर्थ फ्लोर पर एक दुकान में निर्माण कार्य भी धड़ल्ले से जारी था.
मेन गेट पर ताला, चोर रास्ता खुला
 पांचवी मंजिल तक यहां लिफ्ट नहीं पहुंच सकी। यहां से लिफ्ट केवल चौथी मंजिल तक ही पहुंच सकी। पांचवी मंजिल पर जुत्स बार एंड लाउंज भी है। लाउंज गेट पर खड़े सिक्योरिटी गार्ड ने बताया कि लाउंज में स्टाफ तो है, लेकिन इस समय पब्लिक की इंट्री नहीं हो रही है। उससे जब यह कहा गया कि वह काफी दूर से यहां आए हैं और कुछ देर यहां बिताना चाहते हैं। यदि पैसे ज्यादा भी पड़ें तो कोई बात नहीं। इसके बाद वह मैनेजर के पास पहुंचा। कुछ देर में ही मैनेजर भी अंदर से बाहर आ गए.
यह लाउंज का चोर रास्ता था। मेन गेट पर ताला लटका था। मैनेजर ने बताया कि इस समय लोगों की इंट्री बंद है। 15 तक मामला सेटल हो जाएगा। बिल्डर बहुत प्रभावशाली हैं और एलडीए उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। इसके बावजूद कुछ लोग ऐसे दिखे जिन्होंने यहां इंट्री की। अब सवाल यह उठता है कि जब एलडीए ने जिस बिल्डिंग को सील कर दिया है तो वहां यह एक्टिविटी आखिर कैसे चल रही हैं।
नहीं उठाया फोन
एलडीए वीसी राजीव अग्रवाल से जब इस बारे में वर्जन लेने की कोशिश ली गई तो हमेशा की तरह ही उनका फोन नहीं उठा।
मुझे नहीं है जानकारी
यह हैं एलडीए के अधिशासी अभियंता आरएन सिंह। इस कॉम्प्लेक्स को इन्होंने ही सील किया था, लेकिन जब उनसे यह पूछा गया कि आखिर इस सील बिल्डिंग को कैसे खोला गया और किसके आदेश पर तो वह कोई जवाब नहीं दे सके।
होगी एफआईआर
एलडीए के ज्वायंट सेक्रेटरी संजय कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने इस कॉम्प्लेक्स को सील करने के आदेश दिए थे, लेकिन यह कैसे खुल गया। इसकी सोमवार को जांच कराई जाएगी। बिल्डर के खिलाफ गोमतीनगर थाने में एफआईआर कराई जाएगी। इसके अलावा जो भी भ्रष्ट अभियंता इसमें शामिल हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

Reported By : Ritesh dwivedi