- रेलवे कैंसर हॉस्पिटल में यूनिट बैठने से पहले पूर्वाचल में कैंसररोगियों को तलाशेगी टीएमसी टीम

- बनारस और पूर्वाचल में पेशेंट की होगी कम्यूनिटी बेस कैंसर रजिस्ट्री

VARANASI

रेलवे कैंसर इंस्टीट्यूट एण्ड रिसर्च सेंटर में यूनिट स्थापित करने से पहले मुंबई के टाटा मेमोरियल सेंटर की टीम बनारस और पूर्वाचल के जिलों में कम्यूनिटी बेस कैंसर रजिस्ट्री करेगी। इसके तहत घर- घर जाकर मरीजों का सर्वे किया जाएगा। पूर्वाचल के पीडि़तों में कैंसर के कारण और प्रकार का पता लगाने और उनके प्रभावी उपचार के लिए यह सर्वे किया जाएगा। इसके बाद पंजीकृत पेशेंट का रियायती दर में इलाज किया जाएगा। इसकी शुरुआत जुलाई के फ‌र्स्ट वीक में बनारस से हो रही है।

सर्वे बहुत कुछ बताएगा

विशेषज्ञों के अनुसार बनारस और पूर्वाचल में कैंसर पेशेंट के सर्वे से काफी कुछ नई जानकारी सामने आ सकती है। जैसे किस जिले, ब्लॉक या गांव में मरीज ज्यादा हैं और इसमें महिला व पुरूषों का परसेंटेज कितना है। यह भी साफ हो जाएगा कि किसी खास इलाके में किस तरह के कैंसर का ज्यादा असर है। मरीजों के खानपान की जानकारी से कैंसर होने के प्रमुख कारणों का भी पता चल सकेगा।

हजारों पेशेंट को मिलेगा फायदा

पूरे पूर्वाचल में बनारस ही ऐसा शहर है जहां रेलवे कैंसर इंस्टीट्यूट एण्ड रिसर्च सेंटर के अलावा बीएचयू और एक निजी संस्थान में इसका उपचार होता है। हालांकि मैक्सिमम मेजर केसेज मुंबई स्थित टाटा मेमोरियल सेंटर के लिए रेफर कर दिये जाते हैं। हर साल बनारस में आने वाले कैंसर पेशेंट की संख्या हजारों में होती है। पूर्वाचल के अलावा बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और नेपाल तक के पेसेंट बेहतर इलाज के लिए मुंबई जाने से पहले बनारस आते हैं।

आफिसियल वर्जन

रेलवे कैंसर हॉस्पिटल में टीएमसी की यूनिट जल्द ही आने वाली है। इलाज के बेहतर तरीकों के लिए टीएमसी की अगल पहचान है। पेशेंट की कम्यूनिटी बेस कैंसर रजिस्ट्री उनके ट्रीटमेंट का पार्ट हो सकता है। उम्मीद है टीएमसी की सेवा मिलने से पेशेंअ को यहां से सस्ती दर पर अच्छी सेवा मिलेगी।

अशोक कुमार, पीआरओ, एनईआर

हाईलाइटर

रेलवे कैंसर हास्पिटल

- ख्0 से ख्ख् पेसेंट हर दिन

- फ्म् से भ्भ् एज ग्रुप के पेसेन्ट

- ब्0 से 70 पेसेंट अदर स्टेट से आते है