खतरनाक है तेंदुए का भूखा रहना

- शिकार के लिए कर सकता है आक्रमण

- क्षेत्र में नहीं मिला एक भी किल

- मंगलवार को हुई कॉम्बिंग में कहीं नहीं मिले पग चिन्ह

LUCKNOW: आईआईएम रोड और उर्दू अरबी फारसवी विश्वविद्यालय के पास निकले तेंदुए की तलाश के लिए वन विभाग की टीम ने मंगलवार को भी अभियान चलाया। वन विभाग की टीम दिन भी विभन्न इलाकों की खाक छानती रही लेकिन उसे तेंदुए के पग चिन्ह भी नहीं मिले। वन विभाग की टीम को यह भी नहीं पता कि आखिर तेंदुए की लोकेशन क्या है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल तेंदुए को पकड़ने के लिए एक पिंजड़ा लगाया गया है। पिंजड़े की लोकेशन में बदलाव नहीं किया गया है। रात में भी इलाके में वन विभाग की टीम के लोग मौजूद रहेंगे।

- अधिक सर्तकता बरती जा रही है

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि तेंदुआ इस समय भूखा है। ऐसे में वह अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए क्षेत्र में अधिक सर्तकता बरती जा रही है। कॉम्बिंग कर रही टीम के सदस्यों ने बताया कि अभी तक तो हमें ऐसा कोई किल नहीं मिला है जिसे खाकर तेंदुए ने छोड़ दिया हो। ऐसे में यह स्पष्ट है कि पिछले कई दिन से उसने कोई शिकार भी नहीं किया है। संभावना यह है कि कि तेंदुआ भूखा है। ऐसे में वह खतरनाक हो सकता है।

- नहीं मिले पग मा‌र्क्स

सुबह कॉम्बिंग की शुरुआत आईआईएम से शुरू हुई। पग चिन्ह की तलाश के लिए वन विभाग की टीम ने क्षेत्रीय इलाकों के साथ ही गोमती नदी के किनारे और निकट ही स्थित हाइवे के पार भी कॉम्बिंग की। लेकिन उसकी झलक तो दूर उसके नए पग मा‌र्क्स तक नहीं मिले हैं। ऐसे में अब वन विभाग को उसके मूवमेंट का बेसब्री से इंतजार है। डीएफओ अवध श्रद्धा यादव ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए अगली रणनीति उसके मूवमेंट के आधार पर तय की जाएगी। अभी तक को सिर्फ एक ही पिंजड़ा लगाया गया है। लेकिन उसकी कोई लोकेशन ट्रेस आउट नहीं हो पा रही है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में लोगों को सजग कर दिया गया है कि वे शाम को इलाके से ना निकले। इसके अलावा सभी को मोबाइल नम्बर वितरित किए गए है जिससे जैसे ही कोई सूचना आती है तो हम तुरंत एक्शन ले सके। वन विभाग की टीम के सदस्यों ने बताया कि कॉम्बिंग के दौरान होने वाली भीड़ तेंदुए की तलाश में बाधा बन गई है। कॉम्बिंग के लिए सदस्य जिधर भी रवाना होते, भीड़ उनके पीछे चलना शुरू कर देती। कई बार टीम के सदस्यों और पब्लिक में कहा-सुनी भी हो गई।

बाक्स

दोपहर को वन विभाग की टीम कॉम्बिंग कर रही थी तभी किसी ने बताया कि एक निर्माणाधीन भवन के सीवर में अजगर पड़ा है। ऐसे में वन दरोगा समेत कई लोग मौके पर पहुंचे और सीवर के लिए बने होल में उसको तलाश किया। लेकिन अजगर का कोई पता नहीं चला है।