इस सिग्नल की फ्रीक्वेंसी 37.5 किलोहर्ट्ज प्रति सेकेंड है. विमान पर लगे डेटा रिकॉर्डर भी इसी फ्रीक्वेंसी का उत्सर्जन करते हैं.

लेकिन अभी तक इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि इसका लापता विमान से कोई लेनादेना है.

खोज अभियान में दर्जनों जहाज़ों और विमानों को लगाया गया है. डेटा रिकॉर्डर की बैटरी केवल एक महीने तक ही सक्रिय रहती हैं.

मलेशिया एयरलाइंस की उड़ान संख्या एमएच-370 का विमान गत आठ मार्च को कुआलालंपुर से बीजिंग जाते समय लापता हो गया था.

विमान में चालक दल के सदस्यों समेत 239 यात्री सवार थे.

माना जा रहा है कि यह विमान दक्षिणी हिंद महासागर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.

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