-शहर के कई इलाकों में बढ़ रहे डायरिया के मरीज

-गंदगी और गंदे पानी की सप्लाई है कारण

-पानी के सैंपल लगातार मिले फेल, नहीं टूट रही जल संस्थान की नींद

ALLAHABAD: हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिकारी गांव के चक्कर काट रहे हैं और डायरिया शहर में दस्तक देने लगा है। खासतौर से घनी आबादी वाले इलाकों उल्टी-दस्त के मामलों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। हॉस्पिटल्स में मरीजों की भीड़ इसकी गवाही देती है। बावजूद इसके जिम्मेदारों के कानों पर जू नहीं रेंग रही है।

इन इलाकों से ज्यादा आ रहे मरीज

शहर की घनी आबादी वाले इलाकों में बारिश शुरू होते ही उल्टी-दस्त के मामले बढ़ने लगे हैं। पानी बढ़ जाने से नाले-नालियों में उफान आया और गंदा पानी गली-कूचों में भर गया। नालों की गंदगी सड़क पर आ गई। पानी उतरा तो संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। खुल्दाबाद, लूकरगंज, बेनीगंज, चौक, चकिया, राजापुर के कछारी इलाके, दरियाबाद, मीरापुर सहित दर्जनों ऐसे इलाके हैं जहां ऐसी समस्या दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। हॉस्पिटल्स में पहुंचने वाले मरीज अधिकतर इन्ही इलाकों से हैं।

बेली और कॉल्विन में भरे हैं वार्ड

सरकारी हॉस्पिटल्स में डायरिया और उल्टी-दस्त के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने से वार्डो में जगह नहीं बची है। बेली हॉस्पिटल में रोजाना क्भ् से ख्0 नए मरीज दस्तक दे रहे हैं वहीं कॉल्विन हॉस्पिटल में भी लगभग यही हालात हैं। यहां बने डायरिया वार्ड आलमोस्ट फुल हो चुके हैं। भर्ती होने वालों में बच्चों की संख्या ज्यादा है। चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ। मनीष चौरसिया का कहना है कि कई बार बच्चे ठीक होकर जाते हैं और फिर से बीमार पड़ जाते हैं। वह भी मानते हैं कि गंदगी और गंदे पानी की सप्लाई बीमार का बड़ा कारण है। डॉक्टर्स का कहना है कि इस मौसम में लोगों को होशियारी बरतनी होगी। साफ-सफाई पर विशेष ध्यान न देने से परेशानी में इजाफा हो सकता है।

लगातार फेल हो रहे हैं पानी के सैंपल

संक्रमण फैलने का सबसे मेन रीजन है गंदे पानी की सप्लाई। पाइप लाइनों के जरिए यह पानी लोगों के घरों में पहुंचकर बीमार कर रहा है। जिस पर मुहर लगा रही है हेल्थ डिपार्टमेंट की जांच रिपोर्ट। बीते पांच दिनों में शहर के सावित्री पार्क, मधवापुर, न्यू लश्कर लाइन, बैरहना, मलाकराज, दारागंज आदि इलाकों में पानी की जांच रिपोर्ट निगेटिव पाई गई है। जिला संक्रामक रोग अधिकारी एसडी द्विवेदी की मानें तो यह पानी पीने लायक नहीं है। जानकारी के मुताबिक हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने शहर के ब्भ् इलाकों में जांच की थी, जिनमें से आठ जगह रिपोर्ट खराब मिली है। जिसकी रिपोर्ट डिपार्टमेंट ने शासन को भेज दी है।

ये हैं डायरिया का लक्षण

-पेट में तेज दर्द

-उल्टी-दस्त

-चक्कर आना और मुंह सूखना

-कमजोरी महसूस होना

ऐसे करें बचाव

-बासी खाना कतई न खाएं

-घर बना ताजा भोजन ही करें

-बाजार में बिकने वाले कटे और पुराने फल खाने से बचें

-बारिश के सीजन में हरे पत्ते वाली सब्जियों से परहेज करें

-उल्टी-दस्त होने पर ओआरएस का घोल लें

-अपने से कोई दवा न खाएं, डॉक्टर से संपर्क करें