फीवर, सर्दी-जुकाम के बढ़ रहे मरीज, जवाब दे रही बॉडी इम्युनिटी

ALLAHABAD: मौसम का बिगड़ैल रुख लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है। बढ़ती उमस की वजह से लोगों की बॉडी इम्युनिटी कमजोर हो रही है जिससे वह फीवर और सर्दी-जुकाम की चपेट में आ रहे हैं। पिछले एक सप्ताह में हॉस्पिटल्स की ओपीडी में पहुंचने वाले ऐसे मरीजों की संख्या अच्छी-खासी रही है। बड़ों के साथ बच्चों को भी खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि जरा सी सावधानी बरतने से मौसम बीमारियों से बचा जा सकता है।

जाम हो रहा गला

इस बार सीजन में बारिश नहीं होने से लगातार उमस बढ़ रही है। इसकी वजह से संक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है, जिससे कफ की वजह से गला जाम हो रहा है और खांस-खांस कर लोगों का दम निकल रहा है। इसके अलावा रह-रहकर तेज फीवर भी लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इस संक्रमण की चपेट में आकर हर उम्र के लोग परेशान हो रहे हैं। डॉक्टर्स की मानें तो यह मौसम संक्रामक बीमारियों को बढ़ावा देने वाला है और लोगों को बचकर रहना होगा।

चालीस फीसदी मरीज पहुंचे

संक्रामक बीमारियों से परेशान मरीजों की संख्या पिछले एक सप्ताह में चालीस फीसदी से अधिक रही। एसआरएन, काल्विन और बेली हॉस्पिटल की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी की उम्मीद की जा रही है। इसके अलावा चिल्ड्रेन हॉस्पिटल की ओपीडी में फीवर और सर्दी-जुकाम से त्रस्त बच्चे भी भारी मात्रा में आ रहे हैं। ऐसे मरीजों के ठीक होने में एक सप्ताह का समय लग रहा है। मजबूरी में डॉक्टर्स को मरीजों को एंटीबायटिक देनी पड़ रही है।

कम हो जाती है इम्युनिटी

डॉक्टर्स का कहना है कि उमस भरे मौसम में हॉर्मफुल बैक्टीरिया, वायरस एक्टिव हो जाते हैं। इनके ताकतवर होने से बॉडी की इम्युनिटी कमजोर पड़ने लगती है और उसे रोग से लड़ने में समय लग जाता है। इस दौरान मरीज पूरी तरह बीमारी की चपेट में आ जाता है। अगर समय रहते इलाज नहीं किया गया तो टाइफाइड, निमोनिया आदि खतरनाक बीमारियों के चांसेज बन जाते हैं। पसीने के रूप में लगातार शरीर से पानी निकल जाने शरीर में कमजोरी आने लगती है। इसलिए खुद को बचाकर रखना जरूरी होता है।

संक्रमण के लक्षण

- रह-रहकर कमजोरी के साथ बुखार आना

- हाथ-पैर में दर्द और चक्कर आना

- भूख कम लगना, बार-बार तेज खांसी आना

- थकावट

ऐसे करें बचाव

- अचानक गर्मी से आने के ठंडा पानी पीने बचें

- संक्रामक व्यक्ति से दूरी बनाए रहें

- बच्चों को भीड़भाड़ वाले इलाकों से दूर रखें

- ताजा भोजन करें, बाजारू चीजों से बचें

- बारिश नहीं होने से उमस बढ़ रही है। इस सीजन में हॉर्मफुल इंफेक्शन के चांसेज बढ़ जाते हैं। लापरवाही बरतने पर लोग आसानी से बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं।

डॉ। ओपी त्रिपाठी, सीनियर फिजीशियन

- खासतौर से बच्चों को इस सीजन में भीड़ वाले इलाकों से दूर रखें। लगातार खांसी और फीवर आने पर उन्हें डॉक्टर्स को दिखाएं। वरना वह निमोनिया का शिकार हो सकते हैं।

डॉ। मनीषराज चौरसिया, चाइल्ड स्पेशलिस्ट