- हाई मेरिट वाले भी देने लगे दस्तक, पहुंच रही भीड़

- सीटों से कई गुना पहुंच रहे कैंडीडेट्स, भर रही सीटें

Meerut: बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों की नौकरियां नौटंकी बन गई हैं। लगातार एक नया बखेड़ा खड़ा हो रहा है। जब से यह नौकरी निकली और इन भर्तियों के लिए आवेदन लिए गए तभी से मामला गड़बड़ा रहा है। मानों सरकार नौकरी देने के लिए मदारी की भूमिका में है और कैंडीडेट्स उसके लिए बंदर बने हुए हैं। पहले तो काउंसलिंग शुरू होने में ही लंबा समय बीत गया और अब काउंसलिंग शुरू हुई तो मेरिट का खेल शुरू हो गया। जहां सीटें भरने का नाम नहीं ले रही थीं अब हालत उसके उल्टे हो गई है। सीटों के मुकाबले कई गुना कैंडीडेट्स काउंसलिंग के लिए पहुंच रहे हैं।

यह रहा सीन

सात और आठ जनवरी को सभी जिलों में जूनियर्स टीचर्स विज्ञान व गणित भर्ती के लिए छठी काउंसलिंग समाप्त हुई। अब नौ जनवरी से 7ख् हजार प्राइमरी टीचर्स की भर्ती के लिए टीईटी मेरिट वाले कैंडीडेंट्स की काउंसलिंग चल रही है। जिसमें पहले तीन दिन नौ से ग्यारह जनवरी तक सभी पुरुष वर्ग के कैंडीडेट्स की काउंसलिंग होनी है। इसके बाद क्ख् से क्ब् जनवरी तक सभी महिला वर्ग की काउंसलिंग होनी है। मेरठ में बारह सीटों के लिए काउंसलिंग चल रही है। इस बार यहां के हालात पिछली तीन काउंसलिंग से एकदम अगल रहे।

डायट पर काउंसलिंग

डायट पर पहली तीन काउंसलिंग में सीटें भरने तक के लाले पड़ गए थे। जहां बारह सीटें भरनी मुश्किल हो गई थी। अब इस काउंसलिंग के लिए हाईकोर्ट के फैसले ने फिर खलबली मचा दी। यूपीटीईटी में जनरल के लिए 70 और अन्य के लिए म्भ् फीसदी मा‌र्क्स ने गड़बड़ी कर दी। शुक्रवार को पहले दिन हुई काउंसलिंग में हायर मा‌र्क्स वाले भी पहुंच गए। डायट पर सैकड़ों कैंडीडेट्स की भीड़ मौजूद रही। जहां नौ जनवरी को क्ख् लोगों की काउंसलिंग हुई और दस जनवरी को क्8 लोगों की काउंसलिंग हुई। अब ग्यारह जनवरी को फिर पुरुष वर्ग की काउंसलिंग होनी है। जबकि केवल पांच सीट ही बची हैं। जिनमें दो सीटें महिला, दो पुरुष और एक शिक्षामित्र के लिए है।

आगे हो सकता है पंगा

यूपीटीईटी को लेकर पहले ही पंगेबाजी चल रही थी। जिसमें आज भी मामला कोर्ट में है। पहले पुरानी सरकार के दौरान भरे गए फार्म को लेकर मामला कोर्ट गया और लंबा चला। फिर कोर्ट में पास फेल को लेकर मामला पहुंचा। इसके बाद कोर्ट में यूपीटीईटी मा‌र्क्स को लेकर पंगेबाजी हुई। एक बार फिर हाई मेरिट को लेकर पंगेबाजी होने जा रही है। जिसमें हालात यह हो गए हैं कि पहले हुई तीनों काउंसलिंग में शामिल होने वाले कैंडीडेट्स की काउंसलिंग पर बखेड़ा खड़ा होने की संभावना बढ़ गई है। उनकी सीट पर भी हाई मेरिट वाले अपना दावा ठोक सकते हैं। जिससे एक बार फिर समस्या होनी तय है।

वर्जन

इस बार पुरुष वर्ग के लिए तीन दिन और महिला वर्ग के लिए तीन दिन काउंसलिंग चलेगी। इस बार पहले से अधिक कैंडीडेट्स पहुंच रहे हैं। जबकि सीटें काफी कम हैं। यह सब कोर्ट के फैसले के बाद हुआ है।

- भीम सिंह, डायट प्राचार्य