इसके साथ ही वेटल ने लगातार चौथा विश्व ख़िताब भी अपने नाम कर लिया.

रविवार को नोएडा के पास बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर मर्सिडीज़ टीम के निको रोज़बर्ग दूसरे और लोटस के रोमेन ग्रोसियन तीसरे स्थान पर रहे.

साल 2011 में शुरु हुई इंडियन ग्रां प्री में ये वेटल की लगातार तीसरी जीत है. इस सीज़न में उनकी ये लगातार छठी और कुल मिलाकर 10वीं जीत है.

फ़ॉर्मूला वन के इतिहास में चार विश्व ख़िताब जीतने वाले 26 साल के वेटल चौथे लेकिन सबसे कम उम्र के ड्राइवर बन गए हैं.

इससे पहले जुआन मैन्युल फ़ागियो, ऐलन प्रोस्ट और माइकल शुमाकर ने चार बार विश्व ख़िताब जीता है.

विश्व ख़िताब की दौड़ में वेटल के निकटतम प्रतिद्वद्वी फ़रारी टीम के फ़र्नांडो अलोंसो थे लेकिन ख़िताब पर कब्ज़ा करने के लिए वेटल को सिर्फ़ शीर्ष पांच में जगह बनानी थी फिर चाहे अलोंसो का नतीजा कुछ भी रहता. अलोंसो इस रेस में 11वें नंबर पर रहे.

जीत के बाद वेटल वहां मौजूद लोगों का धन्यवाद करते हुए वेटल ने कहा, "सबसे पहले मैं यहां मौजूद लोगों को शुक्रिया कहना चाहूंगा. मुझे शब्द नहीं मिल रहे और जब मैंने लाइन (जीत की रेखा) पार की, उस वक्त मैं कुछ नहीं सोच रहा था. मुझे क्या कहना चाहिए, ये सोचने में मैंने बहुत समय लगाया, ऐसे वक्त पर आप बहुत कुछ कहना चाहते हैं."

वेटल ने आगे कहा, " ये अब तक की मेरी ज़िंदगी का सबसे बेहतरीन दिन है."

फ़ोर्स इंडिया टीम के पॉल डी रेस्टा आठवें और एड्रियन सुटिल नौवें स्थान पर रहे.

शनिवार को क्वालिफ़ाइंग रेस में वेटेल को पोल पोज़िशन मिली थी (स्टार्टिंग ग्रिड पर सबसे आगे) जबकि मर्सडीज़ के निको रोज़बर्ग को दूसरा स्थान हासिल हुआ था.

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