- टेक्निकल यूनिवर्सिटी में इसी सत्र से लागू होगा सीबीसीएस

स्वाति भाटिया, स्पेशल न्यूज

Meerut - डॉ। एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में अंडर ग्रेजुएट कोर्सेज यानि यूजी के स्टूडेंट्स अब दूसरी स्ट्रीम के पेपर भी पढ़ सकेंगे। यूनिवर्सिटी की बोर्ड ऑफ स्टडीज ने पिछले दो सालों से लटके च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के लंबित प्रस्ताव को बीते बुधवार को पास कर दिया।

इस संबंध में जानकारी देते हुए एक लेटर एकेटीयू की तरफ से संबंधित कॉलेजों में भेजा गया है। यहां सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज में भी यह लेटर पहुंचा है।

यूजी लेवल पर लागू

इसके तहत यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बेचलर इन टेक्नोलॉजी (बीटेक), बेचलर इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिंग टेक्नोलॉजी (बीएचएमसीटी) और बीफार्मा के फ‌र्स्ट इयर के सिलेबस को मंजूरी दे दी है। यह इसी सत्र 2016-17 से लागू होगा।

पीजी में भी प्रस्तावित

यूनिवर्सिटी के वीसी ने पीजी कोर्सेज जैसे एमबीए, एमसीए और आर्किटेक्चर में भी यह प्रक्रिया लागू करने के लिए मॉडल सिलेबस बनाने के निर्देश दिए हैं।

30 तक होगा पूरा

यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कॉलेजों को निर्देश दिया है कि स्टूडेंट्स के ब्रांच परिवर्तन के मामलों को 30 अगस्त तक पूरा करा लिया जाए। इसके साथ ही लेटरल एंट्री की प्रक्रिया को एआईसीटीई के मानकों के तहत परिवर्तित कर लिया जाए।

कोर्स अपडेट के लिए वेबसाइट पर सुझाव

यूजी व पीजी के फ‌र्स्ट इयर के अलावा दूसरे सत्रों के सिलेबस में भी बदलाव के लिए वेबसाइट पर सुझाव मांगे जाएंगे। कॉलेजों के टीचर्स व इंडस्ट्री एक्सपर्ट ये सुझाव दे सकेंगे। सर छोटू राम को मिले लेटर में वहां के स्टूडेंट्स व टीचर्स से सुझाव मांगे गए हैं। अगले सत्र से पहले जरूरी बदलाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

यूनिवर्सिटी से इस संबंध में लेटर मिला है। स्टूडेंट्स व टीचर्स से सुझाव मांगे गए हैं। यह बहुत ही अच्छा विचार है।

डॉ। सोहन गर्ग, डायरेक्टर, सर छोटूराम इंजीनियरिंग कॉलेज

यह है नया बदलाव

- नई प्रक्रिया के तहत स्टूडेंट्स को एक सेमेस्टर में 23 क्रेडिट की पढ़ाई करनी होगी।

- छात्र समर क्लासेज के तहत भी अपना क्रेडिट स्कोर पूरा कर सकेंगे।

- सिलेबस के तहत 20 से 25 फीसदी हिस्सा इलेक्टिव होगा। इसके तहत स्टूडेंट्स दूसरी स्ट्रीम या अपनी ब्रांच के स्पेशलाइज्ड पेपर की पढ़ाई कर सकेंगे।