माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रतिनिधि मंडल ने की सीएम से मुलाकात

ALLAHABAD: अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में सरप्लस शिक्षकों के नाम पर किए जा रहे समायोजन को रोकने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मुलाकात की। शिक्षक नेता डॉ। शैलेश कुमार पाण्डेय ने सीएम को बताया कि सरप्लस शिक्षकों के नाम पर समायोजन तर्क संगत नहीं है। 2012-13 में जन शक्ति निर्धारित की गई थी। तब हाईकोर्ट ने कहा था कि शिक्षकों को हटाया न जाए बल्कि सेवानिवृत्ति के बाद जनशक्ति के अनुरूप विद्यालयों में नियुक्ति हो या नियुक्ति न की जाए।

गलत नीतियों के कारण घटे छात्र

शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने सीएम आदित्यनाथ योगी को बताया कि पूर्ववर्ती सरकारों की गलत शिक्षा नीतियों के कारण ही अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में छात्र संख्या में गिरावट आयी है। इसका ठीकरा अध्यापकों पर फोड़ना ठीक नहीं है। समायोजन की कार्रवाई होने के बाद छात्र संख्या बढ़ने पर विद्यालय का पठन पाठन प्रभावित होगा। व्यायाम, कला व संगीत के अध्यापकों का भी प्रवक्ता पदनाम छीनने का प्रयास किया जा रहा है। उन्हें शासनादेश के अनुरूप ये लाभ मिलना चाहिए। एक अप्रैल 2005 के बाद नियुक्ति शिक्षक किसी भी प्रकार की पेंशन व्यवस्था से वंचित है। अंशादायी पेंशन की सरकारी अंशदान भी शिक्षकों के परमानेंट रिटायरमेंट एकाउंट नम्बर में प्रदर्शित नहीं हो रहा है। शिक्षकों को नि:शुल्क चिकित्सा व्यवस्था न मिलने से कई शिक्षक चिकित्सा के अभाव में दम तोड़ चुके है। प्रतिनिधिमंडल में अजय कुमार सिंह, इन्द्रदेव पाण्डेय समेत अन्य लोग मौजूद रहे।