RANCHI : मुख्यमंत्री जन संवाद केंद्र में आये मामलों के निष्पादन में जमशेदपुर, हजारीबाग और चतरा ने सबसे खराब प्रदर्शन किया है। इन जिलों में शिकायतों का निपटारा ठीक से नहीं हो रहा है। इसे लेकर मंगलवार को सीएम के सचिव सुनील बर्णवाल ने इन तीनों जिलों के नोडल अफसरों को जमकर फटकार लगायी। श्री बर्णवाल ने साप्ताहिक समीक्षा बैठक के क्रम में दस शिकायतें सुनीं। जिन जिलों में शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, उन्हें एक हफ्ते के भीतर सभी मामलों का निष्पादन कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया।

दो अफसरों के बीच वाद-विवाद

समीक्षा बैठक में पाकुड़ जिले से संबंधित पेंशन के मामले पर नोडल अफसर और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच मामले पर एक दूसरे पर आरोप प्रात्यारोप हो गया। इस पर श्री बर्णवाल ने नोडल अफसर को जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्देश देते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनता के मामले दो विभागों के बीच दम नहीं तोड़ेंगे। उन्होंने हिदायत दी कि पदाधिकारी जनता के मामलों पर संवेदनशीलता दिखाएं। उन्होंने एक सप्ताह के अंदर मामले पर जवाब मांगा।

फर्जी उपस्थिति दिखा निकासी

चतरा में मनरेगा योजना संख्या- 242/2010-11 में फर्जी तरीके से मजदूर की उपस्थिति दिखाकर राशि की निकासी कर ली गई। इस मामले पर श्री बर्णवाल ने नोडल अफसर को निर्देश दिया कि इस शिकायत की विस्तृत जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करें, साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि जनता की शिकायतों और उनके कामों को प्राथमिकता दें।

मरने के बाद भी हवलदार के परिजन को पेंशन नहीं

पूर्वी सिंहभूम जिले के बिष्टुपुर थाने से हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए मोहम्मद इशाक खान की मृत्यु के बाद उनके परिजनों को पेंशन का लाभ नहीं मिलने की शिकायत पर श्री बर्णवाल, संबंधित नोडल अफसर और गृह विभाग के नोडल पदाधिकारी पर जम कर बरसे।

स्कूली बच्चियों को छेड़ते हैं शराबी

वहीं दुमका जिले के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय से कुछ दूरी पर सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर लाइन होटल बनाने की शिकायत पर शिकायतकर्ता ने बताया कि लाइन होटल में अवैध शराब की बिक्री की जाती है, शराब के नशे मे असामाजिक तत्व विद्यालय की छात्राओं से बदसलूकी करते हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए श्री बर्णवाल ने 15 दिनो के अंदर अवैध निर्माण हटाने का आदेश दिया, साथ ही आरोपी पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।

सिर्फ कागज में चल रहा स्कूल

हजारीबाग जिले से शिकायत थी कि विष्णुगढ़ प्रखण्ड परिसर के अंदर चेडरा कन्या सरकारी विद्यालय में एक भी छात्रा पढ़ने नहीं आती। इस विद्यालय में क्लास 1 से 5 तक पढ़ाई की व्यवस्था है। एक भी छात्रा के पढ़ने नहीं आने के बावजूद वहां के शिक्षक कागज पर छात्राओं की उपस्थिति दिखा कर सरकारी सुविधाएं ले रहे हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि ये विद्यायल बीईईओ कार्यालय से महज 10 कदम की दूरी पर स्थित है, फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। श्री बर्णवाल ने इन आरोपों की जांच कर, आरोपों को सही पाये जाने की सूरत मे बीईईओ को निलंबित करने का आदेश दिया।