- 17 जुलाई से होगा गुप्त नवरात्रि का शुभारम्भ

- शमशान होंगे जागृत, शिव उपासकों के लिए विशेष महत्व

ALLAHABAD: हिंदू धर्म के अनुसार, एक साल में चार नवरात्रि होती है, लेकिन आमतौर पर लोग केवल दो नवरात्रि (चैत्र व शारदीय नवरात्रि) के बारे में ही जानते हैं। इनके अलावा आषाढ़ तथा माघ मास में भी नवरात्रि का पर्व आता है, जिसे गुप्त नवरात्रि कहते हैं। इस नवरात्रि में शमशाज जागृत होते हैं। खासतौर पर शिव के उपासकों के लिए इस नवरात्रि का विशेष महत्व है। इसमें लोग देवी देवताओं के गणों एवं गणिकाओं की साधना करके शक्ति प्राप्त करते हैं। इस बार आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि का प्रारंभ आषाढ़ शुक्ल प्रतिपदा (क्7 जुलाई, शुक्रवार) से होगा, जो आषाढ़ शुक्ल नवमी (ख्भ् जुलाई, शनिवार) को समाप्त होगी।

इसलिए विशेष है ये नवरात्रि

आषाढ़ मास की गुप्त नवरात्रि में वामाचार पद्धति से उपासना की जाती है। यह समय शक्ति (महाकाली की पूजा करने वाले) एवं शैव ( भगवान शिव की पूजा करने वाले) धर्मावलंबियों के लिए पैशाचिक, वामाचारी क्रियाओं के लिए अधिक शुभ एवं उपयुक्त होता है। इसमें प्रलय एवं संहार के देवता महाकाल एवं महाकाली की पूजा की जाती है। इस गुप्त नवरात्रि में संहारकर्ता देवी-देवताओं के गणों एवं गणिकाओं आदि की साधना की जाती है। ऐसी साधनाएं शक्ति मतानुसार शीघ्र ही सफल होती हैं।

साल में कब-कब आती है नवरात्रि

हिंदू धर्म के अनुसार, एक वर्ष में चार नवरात्रि होती है। वर्ष के प्रथम मास अर्थात चैत्र में प्रथम नवरात्रि होती है। चौथे माह आषाढ़ में दूसरी नवरात्रि होती है। इसके बाद अश्रि्वन मास में प्रमुख नवरात्रि होती है। इसी प्रकार वर्ष के ग्यारहवें महीने अर्थात माघ में भी गुप्त नवरात्रि मनाने का उल्लेख एवं विधान देवी भागवत तथा अन्य धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। अश्रि्वन मास की नवरात्रि सबसे प्रमुख मानी जाती है। इस दौरान गरबा के माध्यम से माता की आराधना की जाती है। दूसरी प्रमुख नवरात्रि चैत्र मास की होती है। इन दोनों नवरात्रियों को क्रमश: शारदीय व वासंती नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है। आषाढ़ तथा माघ मास की नवरात्रि गुप्त रहती है।

ज्यादातर लोगों को नहीं होती जानकारी

इस नवरात्र के बारे में अधिक लोगों को जानकारी नहीं होती। इसलिए इन्हें गुप्त नवरात्रि कहते हैं। गुप्त नवरात्रि विशेष तौर पर गुप्त सिद्धियां पाने का समय है। साधक इन दोनों गुप्त नवरात्रि में विशेष साधना करते हैं और चमत्कारी शक्तियां प्राप्त करते हैं।