- बंद कमरे में चेक किए गए डॉक्युमेंट्स

- फील्ड सर्वे में निगमकर्मियों को नहीं लिया साथ

आगरा। स्वच्छ सर्वेक्षण टीम के कामकाज ने हैरान कर दिया है। वे औचक और गुपचुप तरीके से साफ-सफाई का हाल जानने शहर के किसी भी स्थान पर पहुंच रहे हैं। उनकी दस्तक की भनक तक नहीं लग रही है। इससे निगम अधिकारियों का पसीना छूट रहा है।

एक-एक कागज को खंगाला

स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 की तीन सदस्यीय टीम ने सोमवार से सर्वे की शुरुआत की। पहले दिन निगम कार्यालय में डॉक्युमेंट्स की पड़ताल की। कार्यकारिणी कक्ष में डॉक्युमेंट्स के एक-एक कागज को खंगाला। इस बीच किसी को कक्ष तक भटकने तक नहीं दिया गया। चैनल के अंदर से ताला बंद कर दिया। कक्ष में आयुक्त, अपर आयुक्त से लेकर स्वच्छता अभियान से जुड़े सभी अधिकारी मौजूद रहे।

घंटों फील्ड में घूमते रहे

अधिकारी टीम के सवालों के जवाब देने की कोशिश करते रहे। वहीं, दोपहर बाद टीम के एक सदस्य गुपचुप तरीके से फील्ड निरीक्षण पर निकल गए। उन्होंने कई क्षेत्र की साफ-सफाई का हाल जाना, लोगों से बातचीत की। वे शाम तक फील्ड मे घूमते रहे। इस निरीक्षण की निगम अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी। सर्वे टीम के कामकाज के तरीकों को देखते हुए निगम अधिकारी हैरत में हैं। टीम दो दिनों तक फील्ड का दौरा करेगी।

प्राइवेट गाड़ी से दौरा

सर्वे टीम ने ट्रैवल एजेंसी से गाड़ी बुलाई और उससे फील्ड निरीक्षण को रवाना हो गए। उन्होंने निगम का एक भी अधिकारी या कर्मचारी साथ नहीं लिया। उन्होंने मोबाइल लोकेटर के अनुसार अपना टारगेट तय किया और क्षेत्र का निरीक्षण किया। टीम के इस रवैये ने निगम अधिकारियों को भी हैरत में डाल दिया है। उनका कहना है कि पिछले वर्ष निरीक्षण के दौरान निगम के अधिकारी व कर्मी साथ-साथ थे। इस बार सब कुछ गोपनीय ढंग से किया जा रहा है। प्राइवेट गाड़ी का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिससे एक भी जानकारी शेयर नहीं हो।

ताजगंज इलाके में पहुंचे

टीम के एक सदस्य ने फील्ड की हालत जानी। वे ताजगंज के टीन के नगला पहुंचे। वहां की साफ-सफाई, टॉयलेट और लोगों से फीडबैक लिया। इसके बाद वे आईएसबीटी, खंदारी क्षेत्र में भी घूमे। यहां टॉयलेट का निरीक्षण किया। लोगों के फीडबैक आनलाइन भरकर भेजे।