- विरोधियों के हावी होने की आशंका पर अनुयायी सतर्क

- एक महीने से चल रही थीं वाराणसी समागम की तैयारियां

मथुरा। शनिवार को वाराणसी में हुए हादसे की खबर लगते ही हाईवे स्थित जयगुरुदेव नाम योग साधना आश्रम में सतर्कता बढ़ा दी गई। विरोधियों के हावी होने की आशंका पर आश्रम के मुख्य द्वार पर बंदूकधारी बैठा दिए। आसपास रहने वाले अनुयायी सतर्क हो गए। अनजान लोगों के आश्रम में प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई।

अनुयायियों से की थी अपील

पंकज बाबा शुक्रवार शाम यहां से दिल्ली रवाना हुए थे। वहां से फ्लाइट से वाराणसी पहुंचे। उनकी सभी सुख सुविधाओं से सुसज्जित वैनिटी वैन के साथ अन्य गाडि़यां गुरुवार को ही वाराणसी रवाना हो गई थीं। करीब एक महीने से आश्रम में सत्संग की तैयारियां चल रहीं थीं। आश्रम से बाबा के अनुयायियों को कॉल करके और सोशल मीडिया के माध्यम से वाराणसी पहुंचने की अपील की गई थी। जैसे ही हादसे की जानकारी मिली, आश्रम में लोग सन्न रह गए। पंकज बाबा के समर्थक और उनके विरोधी सक्रिय हो गए। आश्रम में सन्नाटा पसर गया।

सत्संग के पीछे आकाओं को दिखानी थी ताकत

वाराणसी के राजघाट पुल पर शनिवार को हादसा प्रदेश के सत्ता प्रतिष्ठान को अपनी ताकत दिखाने की जिद में हुआ है। बाबा जयगुरुदेव के जीवित रहने तक नामयोग साधना मंदिर के मैदान पर साल में तीन बड़े कार्यक्रम दिसंबर, जुलाई और मार्च में होते थे, लेकिन साल 2012 में उनके देहावसान के बाद विवाद के चलते पड़ी संस्था में दरार से जयगुरुदेव भक्तों ने भी बड़ी संख्या में किनारा कर लिया है। इस बीच संस्था पर काबिज पंकज बाबा गुट ने मार्च में होली पर होने वाला समागम मैनपुरी के खितौरा में शिफ्ट कर लिया है। इससे भी भक्तों में आक्रोश है। एक गुट अगले साल होली पर फिर से नामयोग साधना मंदिर में ही कार्यक्रम करने का प्रयास कर रहा है।