- शहर के पुराने बाजारों में सुरक्षा इंतजामों का है बुरा हाल

- शाहमारूफ, रेती चौक व घंटाघर में पुलिस बूथ्स पर नदारद रहते कर्मचारी

GORAKHPUR: 'आपकी सुरक्षा किसके हाथ' कैंपेन के तहत गुरुवार को हमने उर्दू बाजार का हालात जाना। यहां हालात ऐसे हैं कि छोटी-मोटी घटना पर भी राहत पहुंचाने में पुलिस के पसीने छूट जाए। ऐसे में आतंकी घटना की तो बात ही बेमानी है। सोने-चांदी की खरीदारी से लेकर लेटेस्ट वेरायटी के कपड़ों आदि चीजों के लिए फेमस इस मार्केट में डेली करीब ढाई लाख से ज्यादा लोगों का आना-जाना होता है। इस व्यस्त मार्केट में एक पुलिस बूथ है भी तो कर्मचारी वहीं बैठे मिलते हैं और रोड पर लोग जाम से कराहते हैं। रोड पर एंक्रोचमेंट इतना है कि कोई घटना होने पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड या पुलिस की गाड़ी ही नहीं पहुंच सकती।

टाइम - 1.20 बजे

स्पॉट- शाहमारूफ

उर्दू बाजार को हिंदी बाजार के नाम से भी जाना जाता है। घोष कंपनी चौराहा से रेती चौक जाने वाली रोड पर जहां साइकिल का फेमस मार्केट है। वहीं शाहमारूफ की तरफ जाने वाले रास्ते पर सड़क के दोनों साइड सूट, पर्स, कॉस्मेटिक्स आदि लेडीज आईटम्स की दुकानों की भरमार है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रिपोर्टर गुरुवार को यहां पहुंचा तो भीड़ भरे इस बाजार में सुरक्षा की कोई व्यवस्था ही नजर नहीं आई। हाल ये था कि लोगों से खचाखच भरे मार्केट में एक भी पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था।

टाइम - 1.45 बजे

स्पॉट- रेती चौक

इसके बाद रिपोर्टर रेती चौक की तरफ बढ़ा। चौैराहे पर जबरदस्त जाम लगा हुआ था। यहां दो होमगार्ड खड़े तो दिखे लेकिन वे जाम खुलवाने की जगह खड़े होकर तमाशा देख रहे थे। इस बीच स्कूली बच्चों समेत खरीदारी करने आए लोग जाम में हलकान होते रहे। वहीं, रेती चौक पर बनाए गए पुलिस बूथ के पास भी कोई अन्य पुलिस कर्मी नजर नहीं आया।

टाइम - 2.20 बजे

स्पॉट- घंटाघर चौक

यहां से रिपोर्टर ज्वेलरी मार्केट के लिए फेमस घंटाघर पहुंचा। जहां जबरदस्त भीड़ को काबू करने के लिए घंटाघर पुलिस बूथ में महज एक सिपाही तैनात मिला। शकील अहमद नाम के सिपाही ने बताया कि एरिया बड़ा है, लेकिन यहां सिर्फ एक ही सिपाही तैनात है।

इन आइटम्स के लिए फेमस

- कॉस्मेटिक्स

- ज्वेलरी

- साड़ी, कपड़े

- बर्तन

- फुट वियर

- ब्रीफकेस

- आलमारी

यहां के मार्केट

- उर्दू बाजार, रेती चौक, हाल्सीगंज, शाहमारूफ, पांडेयहाता

थाना क्षेत्र - राजघाट और कोतवाली थाना

यहां रोज आने वाले लोगों की संख्या - करीब ढाई लाख

कुल दुकानों की संख्या - 5,000

कॉलिंग

रेती चौराहा हो या फिर शाहमारूफ केवल दिखाने के लिए कुछ पुलिस कर्मी और होमगार्ड नजर आ जाते हैं। किसी प्रकार की साधारण घटना भी हो जाए तो वह मौके पर नहीं पहुंचते हैं।

- मो। तौफिक, शॉपकीपर

कई सुरक्षा नहीं है। घंटाघर के पास सड़क के बीच ही लोग अपनी गाडि़यां खड़ी कर देते हैं, जिस कारण जाम लगा रहता है। किसी प्रकार की कोई घटना होने पर पुलिस कर्मी मौके पर नहीं पहुंचते।

- फैजी, शॉपकीपर

उर्दू बाजार में सस्ते और अच्छी क्वालिटी के कपड़े मिल जाते हैं, लेकिन यहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं है। पूरे मार्केट में कहीं भी पुलिस कर्मचारी नजर ही नहीं आते।

- साक्षी उपाध्याय, कस्टमर

रेती चौक और आसपास के मार्केट में देर शाम शॉपिंग आने में डर लगता है। वजह है यहां कभी पुलिस कर्मचारी नजर ही नहीं आते। यहां जाम की समस्या पुलिस की लापरवाही के चलते ही बनी रहती है।

- शिवानी सिंह, कस्टमर

वर्जन

कोतवाली और राजघाट थाना के थानेदारों को निर्देशित किया जाएगा कि वह उर्दू बाजार एरिया में सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाए। किसी प्रकार की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

- विनय कुमार सिंह, एसपी सिटी