-मोदी और जापान के पीएम के लिए सुरक्षा एजेंसियां हुई सतर्क, आज एसपीजी डालेगी शहर में डेरा

- पैरामिलेट्री फोर्सेज के कब्जे में होगा हर कार्यक्रम स्थल, गंगा से जुड़ी दूसरे राज्यों की सीमा होंगी सील

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो आबे के 12 दिसम्बर को प्रस्तावित दौरे के मद्देनजर सुरक्षा इस बार चौगुनी रहेगी। चूंकि मोदी जापान पीएम संग गंगा आरती देखेंगे और घाटों का निरीक्षण भी कर सकते हैं। इसके देखते हुए इस बार दोनों पीएम की सुरक्षा का खाका जल, नभ और थल तीनों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है। वहीं सुरक्षा का जायजा लेने के लिए सोमवार को एसपीजी बनारस पहुंच जायेगी। एसपीजी आने के साथ ही एयरपोर्ट और घाटों के अलावा उन रास्तों का भी जायजा लेगी जिनसे होते हुए पीएम को गुजरना है।

सारनाथ की भी जांची सुरक्षा

प्रधानमंत्रीद्वय के आगमन से पहले हर जगह की सुरक्षा पुख्ता करने का काम तेज हो गया है। इसके लिए एलआईयू अपने लेवल पर लग चुकी है। सारनाथ के प्रस्तावित दौरे को भी ध्यान में रखते हुए रविवार की सुबह एलआईयू ने सारनाथ पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था परखी। जापानी बौद्ध मंदिर से लेकर अन्य जगहों की जांच एलआईयू ने की। इस बारे में अधिकारियों का कहना है कि इस बार दो देशों के पीएम का शहर में होना हाइली सेंसेटिव है। इसलिए सुरक्षा चौगुनी रहेगी। इसके लिए 14 एसपी, 13 एएसपी, 17 डीएसपी, 600 कांस्टेबल, छह कंपनी पीएसी, 15 कंपनी सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को लगाया जायेगा। इसके अलावा हर चौराहे और होटल गेटवे के गेट से लेकर अंदर लॉबी तक हाईफाई सीसी कैमरे भी लगाये जायेंगे। अधिकारियों ने बताया कि चूंकि इस बार पीएम का दौरा घाट पर भी होना है और उनको गंगा आरती देखनी है। इसके लिए गंगा में फोर्स तैनात रहेगी। गंगा से सटे बिहार समेत अन्य दूसरे राज्यों और कनेक्टिंग दूसरी नदियों की सीमा को सील कर सुरक्षा लगाई जायेगी। घाटों से कुछ दूरी पर नावों को खड़ा करने का आदेश अधिकारियों ने नाविकों को दिया है। दशाश्वमेध घाट पर 12 दिसम्बर को नावों को नहीं खड़ा किया जायेगा। यहां खड़ी होने वाली नावों को अगल बगल के दूसरे घाटों पर लगाया जायेगा। वहीं आरती के दौरान सुरक्षा को परखने के लिए पुलिस ड्रोन का सहारा लेगी और आसमान से भी सुरक्षा परखी जायेगी।