- बाबतपुर से दशाश्वमेध तक सील रहे रास्ते, घाट रहा सेना के हवाले

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के पीएम शिंजो अबे के लिए पूरे बनारस को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। सुरक्षा ऐसी थी कि परिंदा भी पर न मार सके। बाबतपुर एयरपोर्ट से दशाश्वमेध मार्ग का रास्ता पूरी तरह से सील रहा। इसके साथ ही प्रमुख स्थल एयरपोर्ट, होटल द गेटवे ताज स्थित नदेसर पैलेस और दशाश्वमेध घाट पर खुफिया तंत्र और एटीएस के कब्जे में रहा।

पहले ही संभाल लिया मोर्चा

पीएम के आगमन के निर्धारित समय दोपहर बाद साढे चार बजे के करीब पांच घंटे पूर्व ही सुरक्षाकर्मी मोर्चा संभाल लिए। साढे़ 11 बजे के करीब बीट इंचार्जो ने उनकी उपस्थिति जांची। इसके बाद 12 बजे के करीब अधिकारियों ने भी पूरे यात्रा मार्ग में लगे सुरक्षाकर्मियों और व्यवस्था की पड़ताल की। इस दौरान पूरे शहर में रास्ते को बैरिकेडिंग कर सील कर दिया गया था। पूरे रास्ते पर प्रत्येक 50 मीटर पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे। ग्रामीण क्षेत्र में कहीं-कहीं आवश्यकतानुसार बैरिकेडिंग की गई थी। जहां सड़कें और गलियां मिल रही थी वहां सुरक्षा के ज्यादा इंतजाम थे।

पुलिस रही दूर दूर

मोदी और शिंजो के दौरे में पुलिस दूर दूर ही रही। एयरपोर्ट पर सुरक्षा की कमान केंद्रीय बलों के हाथ रही। इसी प्रकार होटल द गेटवे ताज में भी स्थानीय पुलिस को बाहर रखा गया था। मुख्य कार्यक्रम स्थल दशाश्वमेध घाट पर 360 डिग्री सुरक्षा सेना के हवाले थी। पूरे घाट समेत गंगा में दो सौ मीटर तक को सील कर दिया गया था। मोदी के पहुंचने के दौरान सामने की तरफ से नावों का संचालन भी ठप कर दिया गया था। सुरक्षा के मद्देनजर घाट, यात्रा मार्ग आदि स्थानों पर करीब 50 मकानों पर सुरक्षा जवान तैनात किए गए थे। आरती के दौरान गंगा में अंडरवाटर ड्राइवर और उसके बाद एनडीआरएफ के स्कूवर उपकरणों और हाईफाई हथियारों के साथ तैनात रहे। मंच और घाट को सेना के बीडीएस दस्ते, डॉग स्क्वॉड के साथ पुलिस के दस्तों ने आधा दर्जन से ज्यादा बार जांचा।

फ्लीट देखने वालों की लगी रही भीड़

वीआईपी को एयरपोर्ट से लेकर आने वाली फ्लीट में सवा सौ गाडि़यां शामिल रहीं। चार फ्लीट में प्रत्येक में एक जैमर, दो बुलेटप्रूफ लग्जरी गाड़ी, एंबुलेंस सहित 11 सरकारी व 15 प्राइवेट गाडि़यां शामिल रहीं। गाडि़यों देर तक रास्तों से गुजरती रहीं। जिसे देखने के लिए भारी भीड़ रास्ते में सड़क के दोनों किनारे खड़े रहे। इसके पूर्व सभी गाडि़यां डेढ़ बजे एयरपोर्ट पहुंच गई।

सड़क पर घूमती रही रिकवरी वैन

सुरक्षा को लेकर पीएम के गुजरने वाले रास्ते के आसपास देर से खड़ी गाडि़यों को उठाया गया। गोदौलिया तांगा स्टैंड से आधा दर्जन गाडि़यों को रिकवरी वैन से हटाया गया। पूरा दिन रिकवरी वैन शहर के अलग अलग रास्तों पर घूमती रही और दर्जनों गाडि़यां उठाकर पुलिस लाइन और थाने पहुंचाई गई। यहां तक कि कचहरी गोलघर चौराहे पर खड़ी नीली बत्ती लगी एक आरटीओ की बोलेरो भी पिकअप ने उठाकर थाने भेजवा दी।

चार फ्लीट थी काफिले में

मोदी और शिंजो के काफिले में चार फ्लीट थीं। पहली फ्लीट सीएम अखिलेश की, दूसरी मोदी की, तीसरी जापानी पीएम शिंजो की और चौथी राज्यपाल राम नाइक की थी। ये चारों फ्लीट जब शिवपुर से शहर में एंट्री की तो थोड़ा मिसमैनेजमेंट देखने को मिला। भोजूबीर में काफिले के बीच में कुछ गाडि़यां आ गई जबकि होटल ताज के बाहर भी आधा दर्जन बाहरी कारें काफिले में घुस जाने से अफरा-तफरी मच गई और इन गाडि़यों को हटाया गया।