- प्राइवेट हॉस्पिटल्स में आपदा से बचाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेगा प्रशासन

DEHRADUN: प्रशासन अब दून के प्राइवेट हॉस्पिटल्स में आपदा से बचाव संबंधी तैयारियों का जायजा लेगा। इसके लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों की टीम गठित की जाएगी। टीम के निरीक्षण के बाद इन हॉस्पिटल्स में मॉक ड्रिल में किया जाएगा। इस संबंध में मंडे को सचिवालय में आईआरएस स्पेशलिस्ट बीबी गणनायक ने 10 प्राइवेट हॉस्पिटल्स प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। बैठक में जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया।

दो स्तरों पर निरीक्षण

इन हॉस्पिटल्स में आपदा प्रबंधन संबंधी कार्यो का दो स्तरों पर निरीक्षण किया जाएगा। पहली स्थिति में यदि हॉस्पिटल में आग लगने जैसी स्थिति में बचाव के लिए किये उपायों का जायजा लिया जाएगा और दूसरे स्तर पर ऐसी स्थिति को ध्यान में रखकर निरीक्षण होगा जब हॉस्पिटल से बाहर हुए किसी हादसे के कारण अचानक एक साथ बड़ी संख्या में मरीज हॉस्पिटल पहुंच जाएं।

ये विभाग होंगे शामिल

हॉपिटल्स के निरीक्षण के लिए गठित की जाने वाली टीम में जिला प्रशासन के अलावा स्वास्थ्य विभाग, फायर ब्रिगेड, बिजली, हाइड्रिल, पीडब्ल्यूडी और पेयजल विभाग के अधिकारी शामिल होंगे।

पहले चरण में शामिल हॉस्पिटल

जांच और मॉक ड्रिल के लिए पहले चरण में जिन हॉस्पिटल्स को चुना गया है उनमें मैक्स, सूर्या, कनिष्क, सुभारती मेडिकल कॉलेज, महंत इंदेश मेडिकल कॉलेज, हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट, सीएमआई, सिनर्जी और लैमन हॉस्पिटल विकास नगर के साथ ही दून मेडिकल कॉलेज शामिल हैं।

दून हॉस्पिटल में पहले भी हुई जांच

दून हॉस्पिटल में पिछले वर्ष से आपदा की तैयारियों के लेकर जांच और बैठकें हुई थीं। इसके बाद हॉस्पिटल में एक मॉक ड्रिल भी किया गया था। इस मॉक ड्रिल में सामने आई कमियों को दूर करके फिर से एक और मॉकड्रिल किये जाने की भी योजना थी, लेकिन छह महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी अब तक ऐसा नहीं किया जा सका है।

ताकि हॉस्पिटल्स में न हों हादसे

सचिवालय में प्रशासनिक अधिकारियों और हॉस्पिटल्स के प्रतिनिधियों के साथ हुई बैठक में आईआरएस स्पेशलिस्टि बीबी गणनायक ने कहा कि कई बार हॉस्पिटल्स में हादसे हो जाते हैं। यह जांच और मॉकड्रिल का उद्देश्य हॉस्पिटल्स में इस तरह के हादसों को रोकना है।