Lucknow: विधान सभा सदस्यों के शपथ ग्रहण के आखिरी दिन माहौल खुशगवार था। सदन में रह-रह कर ठहाके गूंज रहे थे। तो कुछ मेंबर अपनी मेज थपथपा कर खुशगवार वातावरण की गवाही दे रहे थे।

सदन में शुक्रवार को लुका छुपी का खेल भी देखने को मिला जब निर्विरोध चुने गये स्पीकर माता प्रसाद पाण्डेय को खोजने के लिए सीएम अखिलेश यादव और नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य, संसदीय कार्यमंत्री आजम खां बेल में आ गये। तीनों नेताओं के लिए चुनौती थी कि माता प्रसाद पाण्डेय को ढूंढ निकालने की जबकि विधायकों को काम दिया गया था कि वह सदन के अंदर ही स्पीकर को छुपाये रखें। ये लोग जिस तरफ ढूंढने के लिए जाते दूसरी तरफ से आवाज आने लगती कि इधर हैं-इधर हैं। भाजपा के हुकुम सिंह और कांग्रेस के प्रमोद तिवारी को भी नामित किये गये स्पीकर को ढूंढने के लिए अपनी कुर्सी छोडऩी पड़ी। आखिरकार नेताओं ने कुछ ही देर में स्पीकर को खोज निकाला और उनकी कुर्सी तक ले आये। यह सभी कुछ अब तक चली सदन की परंपरा के अनुरुप ही किया गया।

उमा ने नहीं ली शपथ

इससे पहले सदन में आखिरी दिन की कार्रवाई शुरु हुई तो सदन को लीड कर रहे प्रमोद तिवारी ने बताया कि दो विधायक शपथ नहीं ले सकें इनमें उमा भारती और ठाकुर मूल चंद्र चौहान शामिल हैं। उमा भारती 18 अप्रेल को आकर शपथ लेंगी जबकि मूलचंद्र ने बीमारी की खबर दी है। आज पांच विधायकों ने शपथ ली। इसके बाद प्रमोद तिवारी ने सदन की कार्रवाई एक बजे तक स्थगित कर दी। लेकिन कुछ विधायकों ने एतराज जताया कि जुमे की नमाज की वजह से वह एक बजे सदन में शामिल नहीं हो पायेंगे। इसके बाद नये स्पीकर के चुनाव के लिए 12 बजे का टाइम फिक्स किया गया। 12 बजे कार्रवाई शुरु हुई तो सदन के सबसे वरिष्ठ विधायक भाजपा के श्याम देव राय चौधरी को कार्यवाहक स्पीकर बनाकर नये स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की गयी। सभी दलों के लोगों ने माता प्रसाद पाण्डेय के नाम का प्रस्ताव रखा और माता प्रसाद पाण्डेय को निर्विरोध विधान सभा स्पीकर निर्वाचित कर लिया गया। माता प्रसाद पाण्डेय को दूसरी बार इस पद के लिए चुना गया है। इससे पहले वह पिछली सपा सरकार में भी विधान सभा के स्पीकर के पद पर रह चुके हैं। स्पीकर चुने जाने के बाद सीएम अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई दी और अपनी तरफ से आश्वस्त किया कि सत्तापक्ष का पूरा सहयोग उन्हें मिलेगा। इसके बाद नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य और भाजपा के हुकुम सिंह ने भी स्पीकर माता प्रसाद पाण्डेय को बधाई दी।

कदम ना बहके आपके

स्पीकर चुने जाने के बाद सभी पार्टियों के नेता स्पीकर के चुनाव के बाद बोल रहे थे। प्रमोद तिवारी ने स्पीकर को मुखातिब करके कहा कि मान्यवर आप सोलहवीं विधानसभा के स्पीकर चुने गये हैं। सोलह साल की उम्र बहुत खतरनाक होती है। आपके कदम बहकने नहीं चाहिए।