- हाईस्कूल का साइंस का पेपर था बहुत हार्ड, परीक्षार्थी रहे परेशान

- मंडल में 11 हजार 591 ने छोड़ा साइंस का एग्जाम

- विज्ञान ने बिगाड़ा हाईस्कूल के परीक्षार्थियों का गणित

Meerut। हाईस्कूल साइंस के एग्जाम में मुश्किल सवालों ने परीक्षार्थियों की मुश्किल और भी बढ़ा दी है। मंडे को यूपी बोर्ड का एग्जाम देकर निकले परीक्षार्थियों के चेहरों पर कुछ ज्यादा ही मायूसी दिखाई दे रही थी। हालांकि अच्छी बात यह रही कि साइंस के हार्ड पेपर के बावजूद भी जिले में कोई भी नकलची नहीं पकड़ा गया।

क्क् हजार से अधिक ने छोड़ी

हाईस्कूल का साइंस का एग्जाम था। जिसमें पूरे मंडल एक लाख म् हजार म्87 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। जिनमें से एक लाख म्भ् हजार 9म् ने ही परीक्षा दी और क्क् हजार भ्9क् ने सांइस की परीक्षा छोड़ी है। वहीं इंटर में मेरठ मंडल से क्ख्ब्भ् परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। जिनमें से क्ख्07 में परीक्षा दी और फ्8 ने एग्जाम छोड़ा है। अगर हम मेरठ की बात करें तो मेरठ में हाईस्कूल में ब्9 हजार 7क्9 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। जिनमें से ब्भ् हजार म्ख्0 ने एग्जाम दिया है और ब् हजार 99 ने एग्जाम छोड़ा है।

बदले पैटर्न ने एग्जाम भी हार्ड किया

दुर्गाबाड़ी ग‌र्ल्स इंटर कॉलेज की सांइस टीचर सुनीता ने बताया कि इस बार पेपर का पैटर्न थोड़ा बदला हुआ था। पहले केमिस्ट्री, फिजिक्स इक्यूऐशन व अनिवार्य सवाल क्म् नम्बर के आया करते थे। लेकिन इस बार यह ख्भ् नम्बर के आए हैं। वहीं हाईस्कूल की स्टूडेंट आरती सिंह ने बताया कि पेपर बहुत ही मुश्किल था। काफी कुछ ऐसा था जिसके बारे में हमने पढ़ा नहीं था। काफी कुछ ऐसा था जिससे कंफ्यूजन हो रही थी।

ये थे साइंस में सवाल

- स्पष्टीकरण से आप क्या समझते हैं।

- सीमित अभिक्रिया क्या है।

- नलिकाविहिन ग्रंथी किसे कहते है।

- तम्बाकू का सेवन सर्वप्रथम किसने किया था।

मनोविज्ञान का एग्जाम था मिलाजुला

जहां हाईस्कूल का साइंस का एग्जाम काफी हार्ड था। वहीं इंटर का मनोविज्ञान का पेपर मिलाजुला था। परीक्षार्थियों के हिसाब से पेपर न ज्यादा हार्ड था न ही ज्यादा आसान था।