-काशी विद्यापीठ के सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स को देना होगा छात्रसंघ फीस

-यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने फीस में बढ़ाया सौ रुपये

VARANASI: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स को अब छात्रसंघ फीस भी देना होगा। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने इन कोर्सेस के लिए क्00 रुपये छात्रसंघ फीस के नाम पर शामिल कर लिया है। एक्जिक्यूटिव काउंसिल ने पिछले दिनों सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स को भी छात्रसंघ में वोटिंग करने का अधिकार दे दिया है। साथ ही उन्हें अब इलेक्शन लड़ने की छूट दे दी है। दूसरी ओर यूनिवर्सिटी के विभिन्न क्लासेस में एडमिशन के लिए ऑनलाइन आवेदन दस अप्रैल से मांगे गए हैं। इसकी सूचना भी प्रसारित हो गई है। उधर काउंसिल के डिसीजन के बावजूद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस में छात्रसंघ फीस शामिल करना भूल गया था। बुधवार को फीस ढांचे को संशोधित करते हुए छात्रसंघ फीस सौ रुपये और शामिल कर दिया गया है।

इस बढोतरी का किया वेलकम

यूनिवर्सिटी के फीस में एक रुपये की भी वृद्धि होती है तो छात्र विरोध में उतर आते हैं। जबकि छात्रसंघ फीस के नाम पर एक सौ रुपये एक्स्ट्रा वसूले जाने पर सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स में कोई विरोध नहीं है। उन्हें इस बात की खुशी है कि पहली बार उन्हें छात्रसंघ के इलेक्शन में भाग लेने का मौका मिलेगा। इनका मानना है कि अब सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स के साथ भेदभाव भी नहीं होगा।

अब कॉलेजेज में भी उठेगी मांग

यूनिवर्सिटी में सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के स्टूडेंट्स को छात्रसंघ में भागीदारी मिलने के बाद अब एफिलिएटेड कॉलेजेज में भी मांग उठने की संभावना है। इतना ही नहीं सेल्फ फाइनेंस कॉलेजेज में भी अब छात्रसंघ इलेक्शन की मांग उठ सकती है। यहां छात्रसंघ के नाम पर फीस देने वाले इलेक्शन के लिए मैनेजमेंट पर प्रेशर बना सकते हैं।

सेशन ख्0क्ब्-क्भ् में एडमिशन लेने वाले अब सभी स्टूडेंट्स को छात्रसंघ फीस देना होगा। विभिन्न सेल्फ फाइनेंस कोर्सेस के सेकेंड इयर में भी एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स से भी सौ रुपये एक्स्ट्रा वसूले जाएंगे।

-डॉ। एसएल मौर्य, रजिस्ट्रार