'टाइम टेबल व शेड्यूल बनाकर की पढ़ाई'

कंम्प्यूटर साइंस में इंजीनियर बनने का सपना देख रहे हैं दीपांकर

Meerut। जेईई मेन में ऑल इंडिया 181 रैंकिंग हासिल करने वाले दीपांकुर ने वर्ष 2016-17 में सेंट थॉमस इंग्लिश मीडियम स्कूल से 12वीं की हैं। दीपांकुर कहते हैं कि उन्होंने घर पर रहकर खुद ही पढ़ाई पर फोकस किया और सफलता हासिल की। दीपांकर के पिता आदेश कंसल एसबीआई की कारपोरेट ब्रांच मुंबई में चीफ मैनेजर हैं जबकि मां मनीषा कंसल सरकारी स्कूल में टीचर हैं। अपनी सफलता का श्रेय दीपांकुर अपनी मां को देते हुए हैं। बकौल दीपांकर मां ने मुझे मॉरली बहुत सपोर्ट किया है। दीपांकुर बताते हैं कि उन्होंने 2017 में जेईई मेन व एडवांस में कम रैंक थी। जिसके बाद कोचिंग ली थी, इससे कोर्स और कॉसेप्ट क्लीयर हो गया था। गलतियां मुझे पता थी उन्हें इंप्रूव किया और टाइम टेबल व शेड्यूल बनाकर पढ़ाई की। कंम्प्यूटर साइंस में इंजीनियर बनने का सपना देख रहे दीपांकर दिल्ली आईआईटी में दाखिला लेना चाहते हैं।

'इंजीनियरिंग करके रिसर्च में जाने की चाहत'

90 प्रतिशत अंकों के साथ यूपीएसईई में प्रदेश में चौथा हासिल करने वाले अक्षज कहते हैं कि अपनी सफलता से खुश हूं। सेल्फ स्टडी और कोचिंग के साथ सेल्फ स्टडी को जरूरी मानने वाले अक्षज कहते हैं कि कोचिंग से कंसेप्ट क्लीयर होता है वही सेल्फ स्टडी से फोकस बन जाता है। बहुत जरूरी है कि रेगुलर पढ़ाई की जाएं। रोजाना 8 से 10 घंटे पढाई करने वाले अक्षज ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में 98.6 प्रतिशत अंकों के साथ जिले में साइंस स्ट्रीम में टॉप किया था। उनके मुताबिक इंजीनियरिंग करके रिसर्च वर्क में जाना है। उसे डिस्कवरी चैनल देखना पसंद है। अक्षज के फादर मनीष बिजनेस मैन है जबकि मदर मीनू बंसल हाउस वाइफ हैं। जेईई मेन में अक्षज ने 283 अंक प्राप्त किए थे।

यह भी रहे होनहार

बीटेक

रजत शर्मा- 20 रैंक

आदर्श जैन-28 रैंक

आदर्श बरार- 47 रैंक

बायोटेक

आर्यन बालियान- 6 रैंक

बीफार्मा

राकिब चौधरी- 7 रैंक

प्रियाशा पांडे- 21 रैंक

रिया त्यागी- 23 रैंक

जेईई एडवांस के रिजल्टस का इंतजार

यूपीएसईई में स्टेट में दूसरा और चौथा स्थान हासिल करने वाले दीपांकुर और अक्षज को जेईई एडवांस का इंतजार है। इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कॅरियर बनाने की चाहत रखने वाले दोनों की कैंडिडेट्स की पसंद आईआईटी है। जेईई एडवांस का रिजल्ट आने के बाद ही वह कुछ निर्णय लेंगे। इस बारे में दीपांकुर का कहना है कि आईआईटी के लिए वह पिछले दो साल से फोकस कर रहे हैं और पहली प्राथमिकता आईआईटी ही है।