-जागरण पहल की ओर से आयोजित किया गया सेमिनार

-टीबी और मधुमेह के बीच संबंध पर हुई चर्चा

ALLAHABAD: डायबिटीज के साथ ही टीबी की जांच कराना भी जरूरी है। जिस तरह लोग डायबिटीज की जांच कराते हैं, उसी तरह अगर टीबी को लेकर भी एलर्ट हो जाएं तो काफी हद तक गंभीर बीमारियों से लोगों को बचाया जा सकता है। जागरण पहल की ओर से गुरुवार को होटल गैलेक्सी में शुरू हुए दो दिवसीय वर्कशॉप- टीबी और डायबिटीज के बीच संबंध पर वकालत मंच में ये बातें निकल कर सामने आई।

भागम भाग के कारण बढ़ रही बीमारी

वर्कशॉप में डॉक्टर्स के साथ पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए। सभी ने मिलकर चर्चा की। जिसमें ये बातें निकल कर सामने आई कि सफलता की अंधी दौड़ में लोग तेजी से भाग रहे हैं। हर कोई जल्द से जल्द सफलता की बुलंदी छूना चाहता है। टीबी व मधुमेह से बचने के लिए हमें स्वयं की दिनचर्या में बदलाव करने की जरूरत है। आईजी दलजीत सिंह चौधरी ने कहा कि ज्यादातर लोगों की रुटीन काफी खराब हो चुकी है। पुलिस विभाग में भी अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया जाएगा। जेल व पुलिस लाइंस में शिविर लगाकर टीबी व डायबिटीज की जांच कराई जाएगी। जिलाधिकारी भवनाथ सिंह ने कहा कि टीबी रोग का प्रमुख कारण कुपोषण है। यही कारण है कि शासन ने इसे गंभीर बीमारियों की श्रेणी में शामिल करते हुए विधायकों के लिए फंड भी जारी किया है, महापौर अभिलाषा गुप्ता ने कहा मधुमेह आज के दौर में गंभीर समस्या है। यह किसी भी उम्र में हो सकती है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ। ओपी शाही ने कहा कि इलाहाबाद में टीबी जांच की सबसे बेहतर व्यवस्था है। एमएलएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डॉ। एसपी सिंह ने कहा कि टीबी शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकती है। इसके अलावा एसआरएन हॉस्पिटल के एसआईसी डॉ। डॉ। मंगल सिंह, मेडिसिन विभाग की एचओडी डॉ। सरिता बजाज, एएमए के उपाध्यक्ष डॉ। आरकेएस चौहान, टीबी एवं चेस्ट विभाग के एचओडी डॉ। तारिक महमूद, शोध अधिकारी डॉ। शांति चौधरी ने इस विषय पर चर्चा की।

ये लोग रहे शामिल

वर्कशॉप में आए लोगों का स्वागत दैनिक जागरण के महाप्रबंधक गोविंद श्रीवास्तव ने किया। संचालन जागरण पहल के सहायक प्रबंधक राजेश रंजन व द यूनियन के डॉ। सची सतपथी ने किया। आभार दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी अवधेश गुप्त, आशीष श्रीवास्तव व अंकित शुक्ल ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम में प्रो। एनएस उपाध्याय, प्रो। जेएन मिश्र, डॉ। संजय कुमार सिंह, मेजर हर्ष, डॉ। शांति चौधरी, पार्षद शिवसेवक सिंह, भोला तिवारी, गणेश केसरवानी आदि शामिल रहे।

हल्के में न लें टीबी व डायबिटीज को

-टीबी रोगियों की संख्या में हर साल भारत में क्ख् व विश्व में क्8 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हो रही है।

-टीबी की वजह से विश्व में हर साल क्भ् व भारत में तीन लाख के लगभग लोगों की मौत हो रही है।

-अगर एक हफ्ते तक निरंतर खांसी आए, सर्दी व जुकाम हो तो टीबी की जांच कराएं।

-टीबी की दवा नियमित करें।

-टीबी रोगियों की उपेक्षा न करके उनसे प्रेम का व्यवहार करें।

-डायबिटीज का कारण खान-पान में लापरवाही व मानसिक तनाव है।

-भारत व विश्व में डायबिटीज रोगियों में तेजी से इजाफा हो रहा है।

-योग, ध्यान, सुबह टहलना मधुमेह में लाभकारी।