- डीडीयू के एनएसएस डिपार्टमेंट में ऑर्गेनाइज हुआ सेमिनार

GORAKHPUR : डीडीयू गोरखपुर यूनिवर्सिटी में इंटरनेशनल टॉलरेंस डे सेलिब्रेट किया गया। इस दौरान नेशनल सर्विस स्कीम की ओर से सेमिनार ऑर्गेनाइज किया गया, जिसमें बड़ी तादाद में वालंटियर्स ने पार्टिसिपेट किया। प्रोग्राम में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए एनएसएस प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर डॉ। अजय कुमार शुक्ला ने कहा कि क्म् नवंबर क्9म्म् से इंटरनेशनल टॉलरेंस डे सेलिब्रेट किया जा रहा है। यूनेस्को ने क्99भ् में इस डे को डिक्लेयर किया था। उन्होंने बताया कि हमें अपने अंदर छिपी भड़काऊ प्रवृत्ति को नष्ट करने की जरूरत है, जिससे अंदर से हिंसा खत्म होगी। आज हम सब यह शपथ लें कि हम सब सहनशीलता के साथ जिंदगी बिताएंगे।

ये लक्षण हैं मिट जाने के

प्रोग्राम के दौरान डॉ। शुक्ला ने वालंटियर्स को यह आगाह किया कि 'कूवत कम और गुस्सा ज्यादा, ये लक्षण पिट जाने के, आमद कम और खर्चा ज्यादा, ये लक्षण मिट जाने के। इस दौरान वालंटियर नैना सिंह ने कहा कि विश्व में हिंसा की वजह से जितनी मानवता की हत्या हो रही है, उससे पूरी दुनिया चिंतित है। हम मनुष्य है इसलिए हमारे जीवन में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। नैना ने कहा कि यह अहिंसा के पुजारियों बुद्ध और महात्मा गांधी की ही देन है कि आज इतना वक्त बीत जाने के बाद भी उनके विचारों की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। इस रास्ते पर विश्व के सभी राष्ट्रों को चलना चाहिए। इस दौरान शिव प्रसाद शुक्ला, प्रगति दुबे, श्वेता गुप्ता, अंकिता श्रीवास्तव, पूजा चौहान, ममता यादव, ज्योति त्रिपाठी, आशुषी पांडेय ने भी अपनी बातें रखीं। इस सेमिनार में वालंटियर्स ने रंगोली और पोस्टर के माध्यम से अहिंसा का संदेश दिया। इस दौरान बड़ी तादाद में वालंटियर्स मौजूद रहे।