JAMSHEDPUR: एलबीएसएम कॉलेज एवं सरला बिड़ला विश्वविद्यालय रांची के संयुक्त तत्वावधान में कॉलेज के सभागार में समाज में उच्च शिक्षा की भूमिका विषय पर गुरुवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रोवीसी डॉ। रणजीत कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय एवं उच्च शिक्षा में शोध कार्य समाज में समरसता लाने का कार्य करता है। उच्च शिक्षा का कार्य है समाज को संस्कार युक्त करने का है। उन्होंने कहा कि ऐसे सेमिनार के माध्यम से जागृति आयेगी तथा उच्च शिक्षा प्राप्त लोग सामाजिक परिवर्तन एवं राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निर्वाह कर सकते हैं। उच्च शिक्षा की भूमिका रोजगारोनोमुख होनी चाहिए। उन्होंने नैतिक शिक्षा पर जोर दिया।

बिना शिक्षा के परिवर्तन नहीं

इस अवसर पर विषय प्रवेश सरला बिरला विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ। विजय कुमार सिंह ने किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि बिना उच्च शिक्षा के समाज में परिवर्तन संभव नहीं है। सामाजिक परिवर्तन के लिए शहर से लेकर गांव तक उच्च शिक्षा का विस्तार होना चाहिए। केयू के प्रॉक्टर डॉ। एके झा ने कहा कि उच्च शिक्षा के बिना सामाजिक परिवर्तन संभव नहीं है। इस अवसर पर सिंडिकेट सदस्य मनोज कुमार सिंह ने भी सेमिनार को संबोधित किया। सेमिनार की अध्यक्षता एलबीएसएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ। अमर सिंह ने किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि शिक्षा का मूल उद्येश्य व्यक्ति एवं समाज का विकास करना है। विश्वविद्यालय को रोजगार देनेवाली शिक्षा के साथ-साथ संस्कारयुक्त शिक्षा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैकाले पद्धति से चलने वाली शिक्षा में बदलाव होना चाहिए। इस सेमिनार में मुख्य रूप से डॉ। आरके चौधरी, प्रोफेसर विनोद कुमार, प्रोफेसर विनय गुप्ता, प्रोफेसर नवनीत सिंह, सीनेट सदस्य सोनू ठाकुर, प्राचार्य डॉ। एनके चक्रवर्ती, डॉ। पूर्णिमा कुमार, डॉ। मुदिता चंद्रा, डॉ। बीएन प्रसाद के साथ-साथ छात्र संघ अध्यक्ष भुगलू हांसदा, सालखू मांझी, करणजीत हांसदा, अनिल सोरेन, बुकला मुर्मू सहित कई सदस्य उपस्थित थे।