स्पीड पोस्ट से धमकी भरा खत मिलने के बाद शुरू हुई जांच

पुलिस के सामने ऑडिटर ने कबूला गुनाह, पुलिस ने किया गिरफ्तार, मुचलके पर छोड़ा

ALLAHABAD: सीनियर डीएजी (वरिष्ठ उप महालेखाकार ) अतुल प्रकाश की कार पर पिछले दिनों पत्थर से हमला करने वाला व्यक्ति उनके आफिस का ही निकाला। आफिस में तैनात आडीटर आशीष मिश्रा ने सीनियर डीएजी की कार पर पत्थर फेंकवाए थे। इतना ही नहीं उसने ही स्पीड पोस्ट से धमकी भरा खत भी भेजा था। मामले की जांच कर रहे सीओ सिविल लाइन श्रीशचंद्र की विवेचना से मामले का पर्दाफाश हुआ। पुलिस की पूछताछ में ऑडीटर ने अपना जुर्म कबूल किया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।

दु‌र्व्यवहार से परेशान था

प्रधान महालेखाकार में आशीष मिश्रा ऑडीटर के पद पर तैनात है। वह हॉकी खिलाड़ी भी था। आशीष ने पुलिस को बताया कि सीनियर डीएजी अक्सर उसे परेशान करते थे और दु‌र्व्यवहार भी करते थे। विरोध पर भी वह अपमानित करते थे। इसी से परेशान होकर उसने सिविल लाइंस में उनकी कार पर पथराव किया। जिसके बाद डीएजी की तरफ से घटना को लेकर एफआईआर दर्ज करायी गई। एफआइआर होने के बाद मुकदमा वापस लेने के लिए धमकी भरा खत पोस्ट करवाया था।

15 जून की शाम हुई थी घटना

गौरतलब है कि सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के लोहिया मार्ग स्थित आई ए एंड एएस कॉलोनी निवासी अतुल प्रकाश प्रधान महालेखाकार दफ्तर में बतौर वरिष्ठ उप महालेखाकार कार्यरत हैं। 15 जून की शाम वह आवास पर जा रहे थे। ड्राइवर धर्मेद्र कुमार यादव कार चला रहा था। करीब सात बजे रुचीज इंस्टीट्यूट के पास पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने पत्थर से हमला कर दिया। पत्थर लगने से कार का शीशा क्षतिग्रस्त हो गया और अतुल प्रकाश बाल-बाल बच गए। रिपोर्ट दर्ज होने के करीब एक हफ्ते बाद उन्हें धमकी भरा खत मिला तो विवेचना सिविल लाइंस थाने से सीओ श्रीशचंद्र को ट्रांसफर कर दी गई। सीओ ने प्रधान डाकघर जाकर सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो वहां मौजूद गार्ड ने एक शख्स को सैल्यूट करते दिखा। इस पर गार्ड से पूछताछ की तो खत देने आए युवक के बारे में बताया। जब उससे शख्स पूछताछ हुई तो उसने ऑडीटर का नाम बताया। सीओ ने ऑडीटर से कड़ाई से पूछताछ की तो अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। हालांकि, उसने अभी तक यही बताया कि पथराव करते वक्त वह अकेले था। पुलिस उसके बयान को सही नहीं मान रही है। फिलहाल उसे मुचलके पर छोड़ दिया गया है।