स्ट्राइक दसवें दिन भी जारी

जूनियर डाक्टरों की स्ट्राइक दसवें दिन भी जारी है। जूनियर डाक्टर और प्रिंसिपल व सुपरिटेंडेंट के बीच वार्ता सफल नहीं हो रही है। हर दिन स्ट्राइक को लेकर सुबह से ही वार्ता का दौर चल रहा है। जेडीए के प्रेसीडेंट डॉ। राकेश ने बताया कि वार्ता का मतलब अपनी बातों को जूनियर डाक्टर के ऊपर थोपना मात्र है। अगर एक मत हो जाता तो फिर दसवें दिन भी हालत ऐसी नहीं रहती। प्रिंसिपल व हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से सिर्फ बयान देकर प्रेशर डाला जा रहा है।

नहीं समझ रहे हमारी परेशानी 

फिलहाल जूनियर डाक्टर्स एडमिनिस्ट्रेशन और डिपार्टमेंट के प्रेशर की वजह से कमजोर पड़ते दिख रहे हैं। क्योंकि अब चुनौती इस बात की भी है कि जल्द स्ट्राइक टूटे वरना कई दिन अपसेंट होने का भी डर सताने लगा है। राकेश ने बताया कि हेल्थ सेक्रेटरी सिर्फ एक तरफा बयान दे रहे हैं। हमलोगों की परेशानी को समझने की जरूरत नहीं समझ रहे हैं।

किया गया प्रदर्शन

जेडीए की ओर से सुबह में एक बार फिर प्रदर्शन किया गया, जिसमें तीन सौ से अधिक जूनियर डाक्टर शामिल हुए। इसमें प्रिंसिपल और सुपरिटेंडेंट के खिलाफ नाराबाजी की गई। इधर जेडीए के स्ट्राइक के सपोर्ट में आईएमए ने भी नैतिक समर्थन दिया है और कहा कि जूनियर डाक्टर की मांग जायज है। जूनियर डाक्टरों पर लगे आरोप और सीनियर पर हाथ उठाये जाने की आईएमए ने है। आईएमए ने कहा कि अगर जूनियर डाक्टर काम नहीं करेंगे तो क्या वो विजुएल सर्जरी के हिसाब से काम करेंगे। अगर यही हाल रहा तो डाक्टर निकल कर फिर से सर्जरी करवाएंगे।

मुसीबत आनी शुरू हो गई

इसको लेकर आईएमए, भासा और डेंटल एसोसिएशन के मेंबर एकजुट हो गए हैं। शनिवार को आईएमए हॉल में प्रेसीडेंट डॉ। पीएन पाल ने प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। डॉ। पाल ने बताया कि सेंट्रल गर्वमेंट क्लीनिकल इस्टैबलिशमेंट एक्ट 2010 के विरुद्ध स्ट्राइक पर जा रहे हैं। क्योंकि इसके आने से प्राइवेट नर्सिंग होम और क्लिनिक पर मुसीबत आनी शुरू हो जाएगी। यह एक्ट कॉरपोरेट हॉस्पीलट तथा बड़ी इंश्योरेंस कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए है। प्रेस कांफ्रेंस में डॉ। कैप्टन विजय शंकर सिंह, डॉ। अजय कुमार, डॉ। एस एल मंडल, डॉ। मंजू गीता मिश्रा, डॉ। डीके चौधरी, डॉ। राजीव रंजन प्रसाद, डॉ। एस कुमार, डॉ। वीके कारक एवं डेंटल एसोसिएशन से डॉ। कुमार अरुण, डॉ। संजय कुमार, डॉ। संजय सिन्हा एवं डॉ। मानवेंद्र शामिल हुए।

25 डाक्टरों की हुई प्रतिनियुक्ति

जूनियर डॉक्टरों के स्ट्राइक से निबटने के लिए एनएमसीएच में बेगुसराय से 15 एवं नवादा से 10 चिकित्सकों को बुलाकर तैनात किया गया है। डीएस डॉ। संतोष कुमार के अनुसार करीब दर्जन भर डॉक्टरों ने योगदान दिया है। शेष के कल तक आने की संभावना है। स्ट्राइक से उत्पन्न स्थिति पर विमर्श के लिए सुपरिटेंडेंट डॉ। शिवकुमारी प्रसाद के चैंबर में मीटिंग भी हुई है।