शहर को साफ बनाने के लिए बनाई कई योजनाएं, पर समस्या जस की तस

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन भी नहीं कर पा रहा निगम

कूड़ा कलेक्शन के नाम पर निगम करता है घरों से 50 से लेकर 150 रुपए तक की वसूली

DEHRADUN: हाल ही में स्वच्छता सर्वेक्षण के ब्फ्ब् शहरों के आंकड़े सामने आये हैं। जिसमें दून फ्क्म्वें पायदान पर रहा, निगम की ओर से शहर को स्वच्छ बनाने के लिए कई योजनाएं बनाई, फिर भी समस्या जस की तस बनी हुई है। इन्हीं योजनाओं में से एक है डोर टू डोर कूड़ा उठाने की योजना। लेकिन योजना से शहर तो छोडि़ए घर तक साफ नहीं हो पा रहे हैं। बता दें कि रोज घरों से फ्भ्0 मिट्रिक टन से भी अधिक कूड़ा ि1नकलता है।

ब्भ् में से क्भ् गाडि़यां खराब

शहर में कूड़े का अंबार न लगे इसके लिए नगर निगम ने डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली योजना को धरातल पर उतारा। लेकिन दिन प्रतिदिन इस योजना की हवा निकलती जा रही है। स्थिति यह है कि आज भी कई वार्डो में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन गाड़ी पहुंच ही नहीं रही है। इस समय निगम के पास डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए ब्भ् गाडि़यां हैं, जबकि क्भ् वाहनों की स्थिति खराब होने के चलते वर्कशॉप में खड़ी हैं।

प्रतिमाह वसूला जाता इतना शुल्क

निगम की ओर से जो गाडि़यां डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए लगाई गई हैं, वे हर घर से प्रतिमाह भ्0 रुपये का शुल्क वसूलती हैं। इस तरह दून के करीब ख्म् हजार घरों से निगम को एक माह में क्फ् लाख का राजस्व मिलता है। बावजूद निगम डोर टू डोर योजना को सही से संचालित नहीं कर पा रहा है। आज भी कई घरों से कई-कई दिन बाद कूड़ा कलेक्शन हो पात है। बता दें कि कुछ क्षेत्रों में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए निगम द्वारा क्00 से क्भ्0 रुपए तक भी वसूले जाते हैं।

-कुछ वार्डो में डोर टू डोर कूड़ा नहीं उठाया जा रहा है। कुछ जगहों पर सड़क के खराब होने के कारण डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन वाहन नहीं जा रहे हैं। लेकिन घरों से कूड़ा उठाने के लिए रिक्शे लगाये गये हैं।

कैलाश गुंज्याल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम

-प्रतिमाह घरों से कूड़े उठाने का कर नगर निगम वसूलता है। लेकिन निगम की ओर से किसी भी तरह की ऐसी सुविधा नहीं दी गई है। जानकारी देने के बाद भी निगम इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है।

-सरिता, डालनवाला

-शहर को स्वच्छ बनाने से पहले घरों को स्वच्छ बनाया जाना जरूरी है। इधर निगम बयानबाजी कर रहा कि वाहनों से डोर टू डोर कूड़ा उठाया जा रहा। लेकिन हकीकत ये कि वाहन कभी-कभी ही कूड़ा उठाने आते हैं।

-विवेक, डालनवाला

-हमें तो पता भी नहीं की निगम की ओर से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए वाहन लगाया गया है। इस बात का जरूर पता है कि प्रतिमाह सफाई के नाम पर नगर निगम को कर दिया जाता है।

-सतपाल

-निगम की ओर से पहले कूड़ा उठाने वाले वाहनों को लगाया गया था, लेकिन अब कभी-कभी ही कूड़ा घरों से उठाया जाता है। इसे लेकर निगम के समक्ष समस्या भी रखी गई, बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

-राजन

-निगम सफाई के नाम पर घरों से बेवजह शुल्क वसूल रहा है। जबकि यहां पर सफाई को लेकर सुविधा नहीं है। डोर टू डोर वाहनों की जहां तक बात है, उस योजना के बारे में हमें पता भी नहीं।

-मोनिका

-घरों से कूड़ा उठाना तो दूर की बात आस पास नगर निगम की ओर से एक भी डस्टबिन नहीं रखा गया है। जहां तक डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाले वाहनों की बात है, इस बारे में सुना जरूर हैं।

-अनिल नेगी