कैंट एरिया में सिलसिलेवार तरीके से हुए दो धमाके

ट्रैक के पास जमीन धसकी, घर में टिनशेड फट गया

आगरा। ताज नगरी में आतंकियों के सॉफ्ट टारगेट पर पहुंच चुकी है। अभी ताजमहल को उड़ाने की धमकी की जांच तक पूरी नहीं हो सकी थी, कि इससे पहले शनिवार सुबह सात बजे करीब सिलसिलेवार तरीके से दो धमाकों ने कैंट एरिया को दहला दिया। इसमें पहला रेलवे ट्रैक पर हुआ और दूसरा एक घर में हुआ। हालांकि धमाकों में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन मौके पर पहुंची सेना और एटीएस धमाकों की स्थिति को देखकर सकते में आ गई है। दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट ने शुक्रवार को ही इस बारे में आगाह किया था कि 'आइएसआइएस की धमकी कहीं रिहर्सल तो नहीं' है। वह बात शनिवार को काफी हद तक सही साबित होती नजर आई। फिलहाल एटीएस ने मौके से कुछ सामग्री बरामद की है।

पहला धमाका ट्रैक के पास

आगरा छावनी के प्लेटफार्म नंबर-5 केबिन के पीछे रेलवे की खाली जमीन है। ट्रैक से 26 कदम दूर भारी मात्रा में कूड़ा भी पड़ा रहता है। शनिवार सुबह 6:45 बजे मजदूर दीपक निवासी मोहनपुरा कूड़ा ट्रैक्टर ट्रॉली में भर रहा था। ट्रैक्टर चालक राहुल निवासी सोहल्ला चाय पीने गया था। दीपक ने कूड़ा भरकर ट्रैक्टर कुछ आगे बढ़ाया था, तभी जोरदार धमाका हुआ। ट्रैक्टर-ट्रॉली हिल गई। जमीन में छह इंच से ज्यादा गहरा गड्ढा हो गया। दीपक दहशत में आकर कूद कर भागा। उसने देखा, ट्रैक्टर चालू है। चारों तरफ सफेद धुआं फैल गया। उसे ट्रैक्टर के ट्रैक पर जाने की आशंका बनी। वह डरते हुए आया और ट्रैक्टर का इंजन ऑफ किया। चालक राहुल समेत मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी।

एक मिनट बाद मकान में धमाका

मौके पर खड़े लोग कुछ समझ भी नहीं पाए थे, तभी एक मिनट बाद 6:47 बजे एक और जोरदार दूसरे धमाके की आवाज सुनाई दी। ये धमाका ट्रैक से 250 मीटर दूर रसूलपुर में अशोक के घर में हुआ। अशोक उस दौरान अपनी बेटी राधा के साथ सो रहा था। बेटा बल्देव जिम गया था। दूसरा बेटा गोकुल घूमने गया था। पत्‍‌नी सरोज रसोई में काम कर रही थी। पहले धमाके पर पत्‍‌नी चौंक गई, लेकिन दूसरे धमाके ने सभी को कंपा दिया। यहां भी धमाका होते ही इलाके में दहशत फैल गई। धमाके की गरज से पड़ोसी अंसारा और गुड्डू के घर के बर्तन गिर गए। अशोक छत पर पहुंचा। यहां भी ऊपर सफेद रंग का धुआं फैल रहा था। ऊपर एक छोटा सा बरामदा बना हुआ है, जिसमें सीमेंट का टिनशेड पड़ा हुआ है। पांच सीमेंट की सीटें एक के ऊपर एक रखी हैं। नीचे वाले हिस्से के टिनशेड में एक छेद दिखा। धमाके से टीन का हिस्सा उड़ गया।

एटीएस ने जुटाए सुबूत

अशोक के नजदीक रहने वाले भाई गोपाल ने तुरंत कंट्रोल रूम फोन किया। 10 मिनट में थाने की पुलिस पहुंची। घंटे भर के अंदर आईजी सुजीत पांडेय, डीआईजी महेश कुमार मिश्र के अलावा एटीएस, एलआईयू और फोरेंसिक टीम पहुंच गई। 10 बजे सेना भी मौके पर पहुंच गई। अधिकारियों ने लोगों से पूछताछ की। अशोक के घर से पुलिस ने टिनशेड के टुकड़ों की जांच की। उड़ा हुआ हिस्सा पीला पड़ गया था। मौके पर सुतली, बजरी और एक छोटा कैप मिला है। एटीएस ने सामान बरामद कर लिया है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जमा किए हैं। मौके पर पहुंचे सेना के लोगों ने अशोक से पूछताछ कर घटना की जानकारी ली।