-चोरी के बाद मोहल्ले के ही सर्राफ की मिली भगत से गलाकर बेची चांदी

-सर्राफ ने मंडे को नौकरों के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर, आरोपियों की तलाश शुरू

BAREILLY Ñ

किला के मोहल्ला साहूकारा स्थित एक सर्राफ की दुकान से उसके चार नौकरों ने मिलकर करीब 30 किलो चांदी गायब कर दी। सर्राफ ने चार दिन पहले आरोपी नौकरों को पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने मोहल्ले के ही सर्राफ के साथ मिलकर चांदी गलाने के बाद बेचने की बात कुबूली। उन्होंने बताया कि वह कई माह से इस काम को कर रहे थे। पकड़े जाने पर चारों आरोपी नौकरों ने माफी मांगी और तीन दिन के अंदर चांदी वापस करने के लिए समय मांगा। मालिक के चंगुल से छूटते ही चारों आरोपी फरार हो गए। सर्राफ की तहरीर पर किला पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है।

चारों ने जुर्म कुबूला

किला के साहूकारा मोहल्ला निवासी सचिन अग्रवाल थोक चांदी के सर्राफ कारोबारी हैं। साहूकारा बाजार में शिव ट्रेडर्स के नाम से उनकी दुकान है। उन्होंने किला थाने तहरीर देकर आरोप लगाया कि उनकी दुकान में कई नौकर काम करते हैं। जिसमें रवि कुमार व शशि निवासी छपरोह तहसील बांगड़ा जिला ऊना, बंटी शांडियाल निवासी चौकी डाकखाना अमरोह जिला हमीरपुर हिमांचल छह साल से उनके यहां नौकरी करते हैं। दो महीने पहले उन्होंने संजय चौव्हाण निवासी ढपलापुर थाना जथ जिला सांगी महाराष्ट्र को नौकरी पर रखा। इन चारों ने मिलकर दुकान से चांदी के जेवर चुराकर ले जाते थे और बाजार में स्थित पायल टंस सेंटर के मालिक सर्राफ उत्तम को बेच देते थे। काफी समय से चांदी गायब हो रहा था। लेकिन जब लाखों की चांदी गायब हुआ तो उसने चारों नौकरों को पकड़ा। जब पूछताछ की तो उन्होंने उत्तम के साथ मिलकर चांदी गलाने और फिर बेचने की बात कबूल लिया।

तीन दिन की मांगी मोहलत, हो गए फरार

खुद को फंसता देख चारों आरोपी सर्राफ से माफी मांगने लगे और पुलिस से शिकायत न कहने की बात कही। चारों ने बताया कि बेची गई 25 से 30 किलो चांदी वापस कर देंगे। तीन दिन का वक्त चाहिए। जिसके बाद कारोबारी सचिन नौकरों के झांसा में आ गया और तीन दिन का समय दे दिया। इसी दौरान 30 मार्च को मौका पाकर चारों नौकर सामान छोड़कर फरार हो गए।

सर्विलांस की ली जाएगी मदद

किला इंस्पेक्टर केके वर्मा का कहना है कि आरोपियों के मोबाइल नंबर सर्राफ से मांगे गए हैं। नंबर की कॉल डिटेल निकलवाई जाएगी कि आरोपियों की किस से बात होती थी। उसके बाद उनके नंबर सर्विलांस पर लगाकर उन्हें ट्रेस करने की कोशिश की जाएगी। हालांकि मालिक की माने तो अभी नंबर बंद जा रहे हैं।