देश को आपकी जरूरत है
कनवोकेशन सेरेमनी में बतौर चीफ गेस्ट आए प्रणब मुखर्जी ने कहा कि ये इसलिए जरूरी है क्योंकि देश में डॉक्टर्स की कमी के कारण हर वर्ग तक बेहतर स्वास्थ सेवाएं पहुंचाना मुश्किल हो जाता है। देश का टैलेंट देश में ही रहकर सोसायटी के लिए बेहतर काम कर सकता है। इससे पहले कनवोकेशन की शुरुआत दीप जलाकर की गई। इसके बाद कॉलेज के स्टूडेंट्स ने राष्ट्र गान गाया। प्रेसीडेंट ने अपने हाथों से पीजी और यूजी के 10 पासआउट डॉक्टर्स को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। फंक्शन में इसके अलावा यूपी के गवर्नर बीएल जोशी, सीएसजेएमयू के वीसी प्रो। अशोक कुमार, वस्त्र एवं रेशम उद्योग मंत्री शिव कुमार बेरिया, पंचायती राज्यमंत्री कमाल अख्तर, कानपुर के मेयर जगतवीर सिंह द्रोण और जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ। नवनीत कुमार मौजूद रहे।

स्वस्थ होंगे तो आगे बढ़ेंगे
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि किसी भी देश के बेहतर विकास के लिए स्वस्थ समाज का होना बहुत जरूरी है। जब लोग स्वस्थ होंगे तभी वो देश को विकास की राह पर लेकर जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि यूस, यूएसए, यूके और ब्राजील में हेल्थ केयर पर जीडीपी का 4 परसेंट खर्च किया जाता है। जबकि इंडिया में सिर्फ 1.2 परसेंट। देश में मेडिकल फैसिलिटीज को लगातार बेहतर करने का काम चल रहा है।

डॉ। नहो को 25 गोल्ड मेडल
यूपी के गवर्नर बीएल जोशी ने मेडिकल डिग्री और मेडल हासिल करने वाले डॉक्टर्स को बधाई देते हुए कहा कि सबसे अच्छी बात ये है कि लड़कियां आगे आ रही हैं। उन्होंने बताया कि डॉ। नेहा अग्रवाल के 25 गोल्ड मेडल हासिल करने पर वो बहुत उत्साहित हैं। लेकिन सभी को प्रयास करते रहना चाहिए। क्योंकि देश में 1700 लोगों पर एक डॉक्टर उपलब्ध है जबकि वल्र्ड वाइड 667 लोगों पर एक डॉक्टर उपलब्ध है। जो बहुत बड़ा अंतर है। इस अंतर को खत्म करना जरूरी है।

फस्र्ट न्यूज बुलेटिन लांच
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के फोर्थ कनवोकेशन फंक्शन के दौरान कॉलेज का फस्र्ट न्यूज बुलेटिन भी लांच किया गया। इस दौरान स्पेशल पोस्टल कवरेज का भी विमोचन किया गया। इसके अलावा गवर्नर बीएल जोशी ने डॉ। नवनीत कुमार द्वारा इपिलिप्सी पर लिखी गई पुस्तक का विमोचन भी किया।

चारों तरफ मिस-मैनेजमेंट
मेडिकल कॉलेज के कनवोकेशन फंक्शन में चारों तरफ मिस-मैनेजमेंट रहा। कॉलेज में एंट्री करने वाले गेट से लेकर ऑडीटोरियम तक जगह-जगह पर लूप होल्स रहे। जबकि कॉलेज कैम्पस में रहने वाले रेजीडेंट्स और मेडिकल स्टूडेंट्स को एंट्री करने के लिए परेशान होना पड़ा। ड्यूटी पर तैनात पुलिस वालों के लिए भी पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी उपलब्ध नहीं था। मीडिया की एंट्री को लेकर भी एंट्री गेट पर बदसलूकी की गई।

तो कौन जिम्मेदारी लेगा?
कनवोकेशन शुरू होने से पहले ही मेडिकल कॉलेज में एंट्री पर रोक लगा दी गई थी। जिसका खामियाजा कॉलेज के स्टूडेंट्स को उठाना पड़ा। आईडीएच की तरफ से एंट्री कर रही एक स्टूडेंट को पुलिस वालों ने रोक लिया। बहुत मिन्नतें करने के बाद स्टूडेंट को गेट से एंट्री दे दी गई लेकिन उसकी टू व्हीलर को टेम्परेरी पार्किंग में खड़ी करने को कहा गया। इसपर स्टूडेंट ने पुलिस वालों से सवाल किया कि अगर मेरी गाड़ी चोरी हो गई तो कौन जिम्मेदारी लेगा।

डीएफएमडी हो गया खराब
ऑडिटोरियम के अंदर लोगों को एंट्री करने से पहले चेकिंग के लिए डीएफएमडी से निकाला जा रहा था। सेफ्टी के टाइट इंतजाम थे। प्रेसीडेंट के आने का वक्त भी धीरे-धीरे करीब आ रहा था। सीनियर ऑफिसर्स सिक्योरिटी का जायजा ले रहे थे। कमांडो भी तैनात थे। लेकिन तभी अचानक डीएफएमडी मशीन में कुछ गड़बड़ हो गई। मशीन ने काम करना बंद कर दिया। सिक्योरिटी में तैनात सभी लोगों के पसीने छूट गए।

पेशेंट्स ने उठाई परेशानी
मेडिकल कॉलेज में चीफ गेस्ट के तौर पर आए प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया प्रणब मुखर्जी के प्रोटोकाल और एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ से किए गए इंतजामों ने हैलट हॉस्पिटल में एडमिट पेशेंट्स और पब्लिक की मुश्किलें बढ़ा दी। यूं तो कॉलेज में प्रेसीडेंट का प्रोग्राम शाम 3.50 से शुरू होकर लगभग डेढ़ घंटे का था। लेकिन पुलिस ने लगभग ढाई घंटे पहले ही मेडिकल कॉलेज में एंट्री बंद कर दी। जिसकी वजह से हैलट हॉस्पिटल में कई पेशेंट्स जिंदगी और मौत के बीच झूलते रहे, जिन्हें ब्लड की तत्काल जरूरत थी।


यूजी गोल्ड मेडलिस्ट की लिस्ट
-डॉ। सुगंधा जौहरी
-डॉ। कुलसुम
-डॉ। रश्मि उपाध्याय
-डॉ। सुधीर कुमार यादव
-डॉ। समन फातिमा
-डॉ। नेहा अग्रवाल 25 गोल्ड मेडल मिले

पीजी गोल्ड मेडलिस्ट की लिस्ट
-डॉ। स्फूर्ति श्रीवास्तव
-डॉ। हिमांशु अग्रवाल
-डॉ। अर्निका गुप्ता
-डॉ। प्रगनेश कुमार

यूजी सिल्वर मेडलिस्ट की लिस्ट
-कीर्ति सीतानी
-अंकिता चतुर्वेदी
-कृति सिंह

यूजी ब्रांज मेडलिस्ट की लिस्ट
-सौरव कुमार
-शुभांगी श्रीवास्तव
-प्रांशी अग्रवाल

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