- पुलिस कर्मचारियों ने तैयार कराया सेवा केंद्र

- धर्मशाला बाजार में जरूरतमंदों का होगा सहयोग

GORAKHPUR: शहर के भीतर जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने के लिए सोसाइटी ऑफ फ्रेंड्स को भटकना नहीं पड़ेगा। गोरखपुर पुलिस के प्रयास से जरूरतमंदों को आसानी से सुविधाएं मुहैया हो जाएंगी। सड़क पर भटकने वाले मानसिक रोगियों, गरीब असहाय और जरूरतमंदों को मदद देने के लिए धर्मशाला बाजार में सेवा केंद्र की स्थापना की गई है। गोरखपुर पुलिस के दरोगा और सिपाहियों ने सामाजिक सरोकार रखने वालों से हेल्प लेकर इसकी स्थापना कराई है। सेवा केंद्र से जुड़े पुलिस कर्मचारियों का कहना है कि एक निर्धारित जगह होने से जरूरतमंदों की मदद करने वालों को इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा।

डॉक्टर करेंगे उपचार, दर्जी सिलेंगे कपडे़

धर्मशाला ओवरब्रिज के नीचे खाली पड़ी भूमि पर सेवा केंद्र का निर्माण कराया गया है। पुल के नीचे की जगह को टिनशेड से घेरकर अलग-अलग व्यवस्था की गई है। धर्मशाला पुलिस चौकी पर तैनात एसआई प्रमोद सिंह और सिपाहियों की अगुवाई में बने सेवा केंद्र में सुबह से लेकर शाम तक एक डॉक्टर बैठेंगे। शहर के प्रतिष्ठित नर्सिग होम से जुड़े डॉक्टर अपनी सुविधा के अनुसार सेवा केंद्र के लिए समय निकालेंगे। केंद्र पर दवाओं की व्यवस्था व्यापारियों की मदद से की जाएगी। कोई बड़ी प्रॉब्लम सामने आने पर पेंशेट्स को मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में एडमिट कराया जाएगा। जरूरतमंदों को कपड़े और भोजन के लिए स्वैच्छिक सहयोग लिया जाएगा। लोगों के सहयोग से मिले कपड़ों को दुरुस्त करने, साफ-सफाई करने और उनकी सिलाई के लिए दर्जी सहित अन्य व्यवस्था होगी।

आसानी से मदद पहुंचा सकेंगे सेवक

शहर में गरीब, असहायों और मानसिक रोगियों की मदद करने वाले लोगों को इधर-उधर भटकना पड़ता है। लेकिन सेवा केंद्र की स्थापना से लोग आसानी से अपनी मदद पहुंचा सकेंगे। कई बार लोग अपने पुराने कपड़े, खाने-पीने का सामान लेकर परेशान हो जाते हैं। लेकिन वह सही जगहों पर नहीं पहुंच पाते हैं जहां जरूरतमंद रहते हों। इसको देखते हुए धर्मशाला बाजार में इस केंद्र की स्थापना कराई गई। पुलिस कर्मचारियों की पहल से इसे पब्लिक को समर्पित किया जा रहा है। पुलिस के इस कार्य में कुछ व्यापारी और अन्य समाजसेवी भी सहयोग कर रहे हैं।

सेवा केंद्र पर होगी यह व्यवस्था

- केंद्र पर गरीबों, जरूरतमंदों, मानसिक रोगियों को मदद दी जाएगी।

- सेंटर पर एक डॉक्टर, सहयोगी की तैनाती होगी। जो नियमित जांच करके दवाएं देंगे।

- हर उम्र के लोगों के लिए कपड़े मुहैया कराए जाएंगे। कपड़ों को दर्जी ठीक करेंगे।

- कपड़ों की धुलाई और साफ-सफाई के लिए अलग से व्यवस्था की जाएगी।

- साफ-सुथरे कपड़े उम्र के अनुसार अलग-अलग पैकेट में रखकर बांटे जाएंगे।

- शहर के लोगों की मदद से गरीबों को भोजन कराने की व्यवस्था भी की जाएगी।