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KANPUR : सिविल लाइन्स में पुलिस चौकी के सामने महिलाओं को पीटने वाले दबंग वकील और उसके साथियों पर सेवन सीएलए की भी धारा बढ़ा दी गई है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए देर रात को घर पर दबिश भी दी थी, लेकिन वह घर पर नहीं मिला। वहीं, महिलाओं की शिकायत को अनसुना करने वाले दरोगा और तमाशाबीन सिपाहियों पर भी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।

ऐसे हुई थी सरेआम गुंडई

सिविल लाइन पुलिस चौकी के सामने रविवार दोपहर वकील बृजेश वर्मा की कार कारोबारी की गाड़ी से टकराई थी। कारोबारी के साथ कार में पत्नी, भाभी और भतीजा था। आरोप है कि बृजेश इतना भड़क गया था। उसने कुछ साथी वकीलों के साथ कारोबारी से मारपीट की और दोनों महिलाओं को पुलिस कर्मियों (पीआरवी सिपाही) के सामने पीटते हुए उनके कपड़े फाड़ दिए। इलाकाई लोगों के खदेडऩे पर वे भागे। कोतवाली के दरोगा ने यह कहकर तहरीर लेने से मना कर दिया था कि जब दूसरा पक्ष आएगा तभी तहरीर लेंगे।

एडीजी करा रहे हैं मामले की जांच

एडीजी जोन अविनाश चंद्र और एसएसपी अनंत देव ने पुलिस की भूमिका की भी जांच करा रहे हैं। दोनों अफसरों को शिकायत मिली है कि वकील जब घटना स्थल पर पहुंचे थे। उस समय वहां पर पीआरवी के तीन सिपाही मौजूद थे। वकीलों ने उनके सामने ही दोनों महिलाओं को पीटा था। जबकि मामले में दरोगा ने तहरीर लेने से ही मना कर दिया था। एसएसपी का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही और दरोगा पर कार्रवाई की जाएगी।

एसएसपी से मिले साथी वकील

यह मामला एसएसपी और एडीजी जोन के संज्ञान में है। दोनों अफसरों ने सख्त कार्रवाई के लिए कहा है। इससे आरोपी वकील घबरा गया है और वह समझौते की कोशिश कर रहा है। इस पर अधिवक्ता राकेश तिवारी, कपिलदीप सचान और आदित्य सिंह के साथ वकीलों का प्रतिनिधि मंडल एसएसपी से मिला। वकीलों ने एसएसपी से निष्पक्ष जांच के लिए कहा है।

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