JAMSHEDPUR: बिष्टुपुर स्थित शावक नानावती टेक्निकल इंस्टीट्यूट (एसएनटीआइ) में पंडित रघुनाथ मुर्मू की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित सम्मान समारोह में समाज में उत्कृष्ट योगदान देने वाले सात लोगों को सम्मानित किया गया. गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू की 114वीं जयंती के उपलक्ष्य पर गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू अकादमी द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कुल नौ लोगों को सम्मानित किया जाना था. दो चयनित लोग और उनके प्रतिनिधि के नहीं पहुंचने के कारण उनका सम्मान नहीं किया जा सका.

इन्हें दिया गया सम्मान

गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू अवार्ड 2019 इस वर्ष संताल समाज में सामाजिक, आर्थिक व राजनीतिक योगदान के लिए असम विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष पृथ्वी माझी को, सामाजिक कार्य में सराहनीय योगदान देने के लिए ओडिशा के पोनोत पारगाना मयूरभंज निवासी चैतन्य प्रसाद माझी को, कृषि को व्यापार से जोड़ने और उत्कृष्ट खेती करने के लिए खेलाराम मुर्मू को, संताली फिल्म के विकास में योगदान के लिए दशरथ हांसदा को, संताली साहित्य के विकास में योगदान के लिए चुंडा सोरेन 'सिपाही' को, ओल चिकी के प्रचार-प्रसार और विकास के लिए रविलोचन हांसदा को, खेल के क्षेत्र के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बृधान मरांडी को सम्मानित किया गया. विनिता सोरेन और दुर्गा प्रसाद मुर्मू के नहीं पहुंचने के कारण उन्हें सम्मानित नहीं किया जा सका. इसके पूर्व अतिथियों ने समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इसके बाद सामूहिक रूप से प्रार्थना की गई. समारोह में असम विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष पृथ्वी माझी, पूर्व वित्तीय सलाहकार, उत्तर पूर्व परिषद, भारत सरकार के उदयनाथ माझी, टाटा स्टील सीएसआर चीफ सौरव राय, साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के क्षेत्रीय सचिव देवेंद्र कुमार देवेश, संताली साहित्यकार सह पूर्व विधायक सूर्य सिंह बेसरा और पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद के उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह अतिथि के रूप में शामिल हुए. समारोह की अध्यक्षता सीआर माझी ने किया जबकि संचालन रवींद्रनाथ मुर्मू ने किया.

तीन किताबों का हुआ विमोचन

गुरु गोमके पंडित रघुनाथ मुर्मू अवार्ड 2019 समारोह के मौके पर तीन संताली पुस्तकों का विमोचन किया गया. संताली लेखक खुदुराम बेसरा (जिनका निधन दो माह पूर्व ही हुआ है) द्वारा लिखित पुस्तक अखिल आडांग, लखिया टुडू लिखित पुस्तक भुटुब बाहा और ¨हदी से संताली में अनुवाद किए गए सारो हांसदा लिखित पुस्तक झारखंड रे हासा धुरी का विमोचन किया गया. अखिल आडांग पुस्तक का विमोचन यूएन माझी ने, भुटुबा बाहा का विमोचन सौरभ राय ने और झारखंड रे हासा धुड़ी का विमोचन सीआर माझी ने किया.