-बांग्लादेशी किशोरी ने साहस कर सुनाई आपबीती

-पुलिस ने सेक्स रैकेट चलाने वाले दंपति को भेजा जेल

बरेली-देह व्यापार के चंगुल से मुक्त करायी गई किशोरी की दास्तां काफी दर्द भरी है। लक्ष्मी मूवी की तरह ही किशोरी की कहानी है। देह व्यापार न करने पर उसकी पिटाई की जाती थी और उसे सिगरेट से भी दागा जाता था। किशोरी ने साहस कर एनजीओ को अपनी पूरी कहानी बयां की। किशोरी के मेडिकल में भी चोट और सिगरेट से दागने के निशान मिले हैं। किशोरी को बंधक बनाकर देह व्यापार कराने वाले दंपत्ति के खिलाफ सुभाषनगर थाना में देह व्यापार अधिनियम, पीटा अधिनियम समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने दंपति को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

मुंबई से बरेली तक 4 बार बेचा

पुलिस लाइंस में प्रेस कांफ्रेंस में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह ने बताया कि मुंबई की एनजीओ पूर्णता ने बरेली पुलिस से संपर्क करके बताया था कि एक किशोरी को देह व्यापार के लिए बरेली में बेचा गया है। एनजीओ के साथ किशोरी की तलाश की गई थी, लेकिन उसका सुराग नहीं लगा था। एनजीओ ने बताया था कि किशोरी को उसकी मां के साथ बांग्लादेश से मुंबई लाया गया था, जहां उसे मां के साथ देह व्यापार के लिए बेच दिया गया था। किशोरी होने के चलते उसे मुंबई से दिल्ली लाकर बेच दिया गया। उसके बाद उसे वहां से एक वर्ष पहले बरेली बेच दिया गया। यहां से उसे मुरादाबाद और बदायूं बेचने के बाद फिर से बरेली लाया गया था।

शरीर पर मिले चोट के निशान

31 जनवरी को पुलिस ने एनजीओ की मदद से किशोरी को राजीव नगर सुभाषनगर से बरामद कर लिया। किशोरी ने जब अपनी कहानी बताई तो काफी चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि उसे सभी शहरों में देह व्यापार के लिए भेजा जाता था। जब वह मना करती थी तो उसकी पिटाई की जाती थी। राजीव नगर में भी कांता प्रसाद और उसकी पत्‍‌नी लक्ष्मी भी उसकी पिटाई करती थीं। उसे सिगरेट से जलाते थे। उससे देह व्यापार कराकर मोटी रकम कमाते थे, लेकिन उसे कुछ भी नहीं देते थे। यहां तक उसे खाना तक नहीं देते थे। उसने बताया कि कांता प्रसाद और लक्ष्मी से 6 महीने पहले उसे तिलक कॉलोनी निवासी गीता और उसके भाई अजय ने अपने पास रखा था। यह भी उससे देह व्यापार कराते थे।

पकड़ने पर तुरंत तोड़े मोबाइल

पुलिस ने जब कांता प्रसाद को पकड़ा तो उसने पुलिस गिरफ्त में आते ही सबूत मिटाने की कोशिश की। उसने तुरंत अपने मोबाइल नीचे गिराकर तोड़ने की कोशिश की। उसने सिम भी तोड़ने की कोशिश की। उसके पास से कई मोबाइल मिले हैं। इन मोबाइल में कई लड़कियों के नंबर और फोटोग्राफ मिले हैं। पुलिस इन्हीं नंबरों के जरिए इस गैंग के साथ जुड़े सदस्यों की तलाश कर रही है।

सर, रिपोर्टिग टीम के साथी रजनेश सक्सेना अपनी शादी के चलते छह फरवरी से करीब 12 दिनों के अवकाश पर जाएंगे। ऐसे में बरेली टीम में मात्र दो ही रिपोर्टर बचेंगे। एक या दो दिन की बात होती तो मैनेज हो जाता, लेकिन ऐसी स्थिति में चुनौती और संकट बढ़ जाएगा। आपसे आग्रह है कि एचआर से नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरी करने के लिए कहें। मैं स्वयं कई बार पारुल जी से इस बारे में बात कर चुका हूं।