छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: जमशेदपुर पलिस ने मानगो बिग बाजार के पीछे स्थित नीलगिरि कॉलोनी के एक घर में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। यह घर स्वर्णरेखा परियोजना के सेवानिवृत्त एसडीओ अवधेश कुमार का है, जिसे उन्होंने किराए पर दिया है। पुलिस ने गुरुवार को छापेमारी की तो वहां चार महिलाएं व दो पुरुष आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए। पुलिस ने सबको हिरासत में ले लिया है। इस दौरान घर से बड़ी संख्या में इस्तेमाल किए गए कांडोम भी बरामद किए गए हैं।

पुलिस ने की छापेमारी

मानगो थाना प्रभारी सुधीर प्रसाद सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नीलगिरि कॉलोनी के एक घर में देह व्यापार का धंधा चल रहा है। सूचना मिलने पुलिस की मोबाइल वैन को वहां भेजा गया। पुलिस घर घर में घुसी तो उन्होंने युवक-युवतियां आपत्तिजनक अवस्था में मिले। इसपर पुलिस दल ने बाहर से दरवाजा को बंद कर दिया। इसके बाद मानगो पुलिस ने नोडल पदाधिकारी इंस्पेक्टर आमीश हुसैन तथा महिला थाना प्रभारी को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही नोडल पदाधिकारी व महिला थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और कॉलोनी के उक्त 'उषा आवास' की तलाशी ली गई। तलाशी में पुलिस ने चार महिलाओं व दो पुरुष ग्राहक को हिरासत में ले लिया। तलाशी के दौरान पुलिस को बड़ी संख्या में नए व यूज्ड कंडोम मिले। गिरफ्तार महिलाएं व पुरुषों को मानगो थाने लाया गया। गिरफ्तार लोगों में जुगसलाई बाटा चौक निवासी एपी सिंह व मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड स्थित अशोका टावर निवासी गौरव आनंद शामिल हैं। मानगो थाना प्रभारी ने बताया कि सभी के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कर शुक्रवार को जेल भेजा जाएगा।

खुद को बताया निर्दोष

पुलिस की पूछताछ में मकान मालिक सह स्वर्णरेखा परियोजना के पूर्व एसडीओ अवधेश कुमार ने कहा कि वे निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना घर किराए पर दे रखा था। इन्हें इस बात कई जानकारी नहीं कि किरायेदार गलत काम कर रहा था। उन्होंने कहा कि जरा भी आभास होता कि घर में गलत काम करने के उद्देश्य से किराए पर लिया गया है, तो घर देते ही नहीं।

खूफिया विभाग ने किया था एलर्ट

मानगो में बड़े पैमाने पर देह व्यापार का धंधा चलने की जानकारी खुफिया विभाग ने जिला पुलिस को दी थी। खुफिया विभाग ने जिला पुलिस प्रशासन को एलर्ट करते हुए कहा था कि मानगो शंकोसाई, एमजीएम थाना अंतर्गत सुमन होटल के पीछे बसी बस्तियों में धड़ल्ले से देह व्यापार का धंधा चल रहा है। इसके कारण सांप्रदायिक तनाव की भी आशंका जताई गई थी, क्योंकि जहां धंधा चलाया जाता है वहां सभी संप्रदाय के लोगों का आना-जाना लगा रहता है।