ट्रेन से आकर करती हैं बिजनेस

प्यार में धोखा खाई हों। ऐसे लड़कियों की तलाश में तो स्टेशन पर भी लोग मिल जाते हैं, जो मजबूरी का फायदा उठाकर इस गंदे धंधे में उतार देते हैं। कुछ महीने पहले ही पटना पुलिस पाटलिपुत्रा इलाके में एक अपार्टमेंट में चल रहे सेक्स रैकेट का खुलासा किया था। इस दलदल से छुड़ाई गई कुछ लेडीज ने जो खुलासे किए, वह सोचने पर मजबूर करती है। रीना(बदला नाम) ने बताया कि वह हर दिन ट्रेन से पटना आती है। फोन पर पहले ही शकुन्तला नाम की महिला उसे बता देती है कि यहां आना है। वह आराम से आती है और काम करने के बाद लौट जाती है। पहले पटना काम ढूंढने आई थी, मजबूरी थी। देखने में सुन्दर थी सो लोगों ने काम के बहाने गंदे काम में उतार दिया। अब तो यह सोचकर भी नहीं निकल पाती। घर का खर्च उठाना है। उसके साथ पूजा(बदला नाम) भी आती है। वह भी इसी तरह ट्रैप में आ गई। उसके आसपास के लोग समझते हैं कि पटना में कोई जॉब करती है, मगर वह तो इस समाज के ही बनाये दलदल में फंस गई है, जिसे वह किसी अपने से बता नहीं सकती।

बार्डर एरिया तो अब भी बदनाम

आज भी बार्डर एरिया से सबसे अधिक लड़कियों ट्रैफिकिंग की शिकार हो रही है। सबसे अधिक पूर्णिया, किशनगंज, अररिया, से लड़कियां की ट्रैफिकिंग होती है। कई सेक्स रैकेट में पकड़ी गई लड़कियां इसी इलाके की होती है। पुलिस की भी मानें, तो आर्थिक बदहाली के कारण भी ऐसी लड़कियों के फायदे लोग उठाते हैं। मजबूरी के कारण सबसे अधिक लड़कियां ऐसे दलालों के चक्कर में फंस रही हैं।

डांस के नाम पर कराते हैं धंधा

एक डांसर को ऑर्केस्ट्रा में काम करने के नाम पर लाया गया। उसे गुलजारबाग में ठहराया गया था। यहां पहुंचते ही उसके डांस की अदाओं को छोड़ उसके जिस्म की बोली लगने लगी। झटके में वह सेक्स के दलदल का हिस्सा बन गई। इनकार करने पर उसके फिजिकली टॉर्चर भी किया गया। यह कोई कहानी नहीं है बल्कि अगमकुआं थाना एरिया के कुम्हरार नया टोला का मामला है। यहां एक ब्रोकर को पुलिस ने पकड़ा जो बाहर से डांसर बुलाकर लाता, लेकिन उन्हें धंधा करने के लिए मजबूर करता। पटना में आरा, बक्सर, बिहारशरीफ, सीतामढ़ी, किशनगंज, पूर्णिया सहित डिफरेंट डिस्ट्रिक्ट के साथ बंगाल से भी लड़कियां आती हैं।

कभी भी-कहीं भी आ जाएगी