आगरा। हैवानियत का शिकार बनने के बाद मासूमों की जिंदगी पूरी तरह से बदल गई है अब वह बाहर खेलने जाने से भी डर रहे हैं। एक मां अपनी बच्ची को अपने साथ काम पर ले जाती कि की कहीं उसके साथ दोबारा कुछ गलत न हो जाए। दूसरी तरफ बच्चा पड़ौसी आरोपी का घर देख कर चीख पड़ता। उधर एक पीडि़ता ऐसी भी है जिसके सिर से माता पिता का साया उठ चुका है।

रात में चीख उठती है वह

न्यू आगरा थाना क्षेत्र स्थित अमिता बिहार में एक अगस्त को दोपहर में चार साल की मासूम को उसके ही पड़ौसी ने अपनी हवस का शिकार बना लिया था। मासूम को उसके भाईयों ने बचाने का प्रयास किया था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी धमकी देता हुआ भाग निकला था। बाद में पुलिस ने उसे पकड़ कर जेल भेज दिया। लेकिन इसके बाद उस मासूम की बचपन डर से भर चुका है।

रात में चीख पड़ती है वह

मासूम के परिजनों ने बताया कि रात में वह आज भी चीख पड़ती हैं। उसकी रातों की नींद हराम हो चुकी है। इसके अलावा भी जिन बच्चों के सामने यह दरंदगी हुई थी वह भी डरे हुए हैं। बच्ची की मां उसे अकेला नहीं छोड़ती।

पूरा परिवार मजदूरी करता है

मासूम के परिवार में माता पिता दोनों मजदूरी करते हैं। उसकी मां उसे अपने साथ ही लेकर जाती है। उसके यह डर सताता है कि कहीं उसके साथ वह घटना दोहराई न जाए।

अब राजीनामे का दबाव धमकियां

न्यू आगरा के अमिता बिहार में मासूम बच्ची को हवस का शिकार बनाने वाले पड़ौसी के परिजन अब उस पर राजीनामे का दबाव बना रहे है। बच्ची के मामा ने बताया कि दस दिन पूर्व आरोपी के परिजन गाड़ी में भर कर आ गए थे। उन्होने उन पर राजीनामें का दबाव दिया लेकिन वह नहीं माने। उसने बताया कि आरोपी ठेकेदार का रिश्तेदार है।

मकान खाली कराने की धमकी

उनके मकान मालिक ने उनसे कमरा खाली कराने की धमकी भी दी है। उनका कहना था कि अगर राजीनाम कर ले तो कोई बात नहीं। राजीनामा न करने पर ही कमरा खाली करने की धमकी दी जा रही है। उनका कहना था कि वह इस मामले की शिकायत पुलिस में करेंगे। उन्हें डर है कि उन पर हमला भी हो सकता है।

मन में बैठा हुआ है डर

थाना एत्माउद्दौला कांशीराम योजना निवासी सात वर्षीय सलमान शनिवार को रात में आठ बजे अपने पड़ोसी छोटे लाल के घर पर टीवी देखने गया था। उसी दौरान उसने उसे हवस का शिकार बना लिया था। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। लेकिन अब उस बच्चे के मन में डर बना हुआ है।

अब टीवी देखने नहीं जाएगा

बच्चा अब मां से चिपका रहता है। वह उसे अकेला छोड़ना नहीं चाहता। अब वह जब भी आरोपी के कमरे के बाहर से निकलता है तो वहां जाने की मना करता है। वह कहना था कि वह अब वहां कभी टीवी देखने नहीं जाएगा।

राजीनामे को मिल रहा 50 हजार का ऑफर

उधर काशीराम योजना में बच्चे के साथ कुकर्म करने वाले आरोपी के परिजन भी पीडि़त बच्चे के परिजनों पर राजीनामे का दबाव बना रहे हैं। उन्हें राजीनामे के लिए पचास हजार का ऑफर दिया जा रहा है। साथ ही धमकी दी जा रही है कि राजीनामा कर नहीं तो अच्छा नहीं होगा।

अनाथ बच्ची की जिंदगी हुई बदतर

ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस-2 निवासी 13 साल की लड़की के रिश्ते में लगने वाले मामा ने उसे अपनी हवस का शिकार बना लिया था। कलयुगी मामा ने उसकी कमजोर मानसिक स्थिति का फायदा उठाया था। अनाथ बच्ची अपने भाई व बहन के साथ अकेले रहती है। सामने ही मौसी का भी मकान है। मौसी उसकी मदद करती रहती हैं।

घटना के बाद से बच्ची रोती है

हैवानियत के दौर से गुजरने के बाद बच्ची उस वाक्या को याद करके आज भी सिहर उठती है। वह बर्बादी के उस मंजर को याद कर रोती है, लेकिन दिमागी कमजोरी होने से वह लोगों को नॉर्मल दिखती है।

दो हफ्तों से मामा ने आना शुरु किया था

बताया जाता है कि आरोपी मामा अभी पिछले दो हफ्तों से ही उसके यहां पर लगातार आ-जा रहा था। इससे पहले वह कभी इतना उसके यहां नहीं आया था।