- बॉलीवुड सिंगर शान ने शेयर की अपनी फीलिंग

- गोरखपुर महोत्सव में शिरकत करने के लिए आए थे बॉलीवुड स्टार सिंगर

GORAKHPUR: बॉलीवुड में गानों को लेकर कई तरह के एक्सपेरिमेंट चल रहे हैं। एक्सपेरिमेंट करके लोगों पर गाना थोपना भी मुझे ठीक नहीं लगता है। बहुत ज्यादा एक्सपेरिमेंट वाले गाने भी मुझे बहुत अजीब लगते हैं। यह कहना है बॉलीवुड के फेमस सिंगर व म्यूजिक कंपोजर शांतनु मुखर्जी 'शान' का। विरासत में संगीत पाने वाले शान शनिवार को गोरखपुर महोत्सव के समापन समारोह में ऑर्गनाइज बॉलीवुड नाइट में परफॉर्म करने पहुंचे शान ने दैनिक जागरण आईनेक्सट से अपनी बातें रखीं।

गानों में कम दिखता है रोमांस

आज के दौर के गानों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह के गाने मैं खुद ही नहीं सुनूंगा, उसे दूसरे लोगों को मैं कैसे सुना सकता हूं। अब जो रोमांटिक सांग्स बन रहे हैं, उसमें भी मुझे कुछ फर्क समझ में नहीं आ रहा है। मुझे ऐसा पसंद है कि गाने को सुनकर चेहरे पर मुस्कान आनी चाहिए और गाना सुनने के बाद अपनी महबूबा को सोचकर मन में अच्छी फीलिंग आए कि हमें जिंदगी भर साथ रहना है। आज के गाने सुनकर मन में अपनी गर्लफ्रेंड कम और दूसरों की गर्लफ्रेंड ज्यादा आती है। लेकिन एक बार फिर वही बात, आज की जेनरेशन यही पसंद कर रही है।

दूसरी भाषा में नहीं आती फिलिंग

हिंदी गानों के अलावा कन्नड़, तमिल, बंगाली, पंजाबी, मराठी, उर्दू, तेलगु सहित करीब दर्जन भर भाषाओं में शान को गाने का हुनर आता है। मगर शान कहते हैं डिमांड के मुताबिक अनेक भाषाओं में गाने तो गा देता हूं, लेकिन गाते वक्त अंदर से वो फीलिंग नहीं आती, जो हिंदी गाने के वक्त आती है। शान ने कहा कि मैने पाकिस्तानी गाने भी गए हैं।

फटाफट आएं और फटाफट भूल जाएं

शान कहते हैं कि समय के साथ गानों का भी दौर बदल जाता है। फिर गाने की जान कम हो जाती है। कई म्यूजिक कम्पनियां भी चाहती हैं कि उनके नए नए गाने आते रहें। कंपनियां गाने ही ऐसे बनाती हैं कि फटाफट गाने आएं, फटाफट लोग सुनें, एंज्वाय करें और फटाफट से ही भूल भी जाएं। ताकि अगला गाना फिर उनके ऊपर हावी हो जाए। तो यह पूरी प्लानिंग के साथ ऐसे गाने बन रहे हैं कि जल्दी आएं, जल्दी जाएं और जल्दी से अगले गाने के लिए जगह बन जाए। लेकिन हां इससे संगीत का नुकसान तो हो रहा है।

एप के जरिए मुझसे जुड़ें

मेरे नाम से एक ऐप्लिकेश का नाम है। शान ऑफिशल और इसमें सिर्फ संगीत की बात नहीं होगी, बल्कि इसके जरिए हम नए टैलंट को आगे बढ़ने में सहायता भी दे रहे हैं। लेकिन वह वास्तव में टैलंटेड होना चाहिए, न कि बस यूं ही कोई सिंगर बनना चाहे, तो उसे मौका देंगे। साथ ही कई बार आपके मन में ऐसा कुछ आता है कि आप उसे तुरंत किसी से शेयर करना चाहते हैं और तुरंत उसका फीडबैक फैंस से चाहते हैं, तो ऐप्लिकेशन्स इसके काम आते हैं। खास बात यह है कि यह टू वे कम्यूनिकेशन है। इसमें फैन्स भी अपनी विडियो हमें भेज सकते हैं। ये ऐप डायरेक्ट मैं ही संचालित करूंगा। पहले तो लोग वह गाने सुनते थे और मजा भी लेते थे।